उत्तराखंड के शिक्षकों के लिए बड़ी राहत: अब सेवाकाल में एक बार गृह जिले में तबादले का मिलेगा मौका
प्रदेश के प्रारंभिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों के लिए एक खुशखबरी है। अब हर शिक्षक को अपने पूरे सेवाकाल में एक बार गृह जिले में तैनाती पाने का अवसर भी मिलेगा। यह फैसला शिक्षकों की लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद ही लिया गया है।
यह जानकारी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने दी। उन्होंने बताया कि सचिवालय में शिक्षा सचिव रविनाथ रामन के साथ हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति भी बनी है।
बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय
- इंटर-डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर में गृह जनपद का विकल्प
प्रत्येक शिक्षक को करियर में एक बार अपने गृह जिले में तैनाती का लाभ मिलेगा। - त्रिस्तरीय कैडर प्रणाली लागू होगी
विद्यालयी शिक्षा में अब PRT, TGT और PGT की स्पष्ट कैटेगरी व्यवस्था लागू की जाएगी। - समग्र शिक्षा के शिक्षकों को भी मिलेगा पदाधिकार लाभ
इन शिक्षकों का आहरण वितरण अधिकारी अब राज्य सेक्टर की तरह उप शिक्षा अधिकारी होंगे। - तीसरी पदोन्नति वरिष्ठ प्रधानाध्यापक पद पर
स्वीकृत प्रधानाध्यापक पदों को उच्चीकृत कर वरिष्ठ प्रधानाध्यापक बनाया जाएगा। - स्कूल खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए बजट बढ़ाया जाएगा
संकुल स्तर से लेकर राज्य स्तर तक प्रतियोगिताओं के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। - वेतनमान और पेंशन से जुड़े मामलों पर जल्द फैसला
- 17140 वेतनमान की वसूली पर शीघ्र निर्णय होगा।
- चयन प्रोन्नत वेतनमान पर वेतन वृद्धि के लिए वित्त विभाग से परामर्श चल रहा है।
- 2005 से पूर्व भर्ती शिक्षकों के लिए पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार विचार करेगी।
बैठक में संगठन के महामंत्री जगवीर खरोला, अपर सचिव एमएस सेमवाल, निदेशक अजय नौडियाल सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।