मसूरी में शहीदों की याद में बनेगा संग्रहालय, मुख्यमंत्री धामी ने दी मंजूरी
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों की स्मृति को जीवित रखने के लिए मसूरी में बड़ा कदम भी उठाया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी स्थित शहीद स्थल के पास शहीदों के नाम पर संग्रहालय निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है। यह संग्रहालय उत्तराखंड आंदोलन में बलिदान देने वाले वीरों की गाथा को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम भी करेगा।
मुख्यमंत्री ने यह निर्णय मसूरी शहीद स्मारक समिति के अनुरोध पर ही लिया। समिति लंबे समय से शहीदों की स्मृति में एक स्थायी और भावनात्मक स्थल निर्माण की मांग भी कर रही थी, जिसे अब सरकार ने हरी झंडी दे दी है।
राज्यभर में विकास कार्यों को भी मिली मंजूरी
मुख्यमंत्री धामी ने शहीद संग्रहालय के साथ-साथ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों को भी स्वीकृति दी है:
- पिथौरागढ़ जिले में बरड़ बैंड से पांखू कोकिला देवी मंदिर व पांखू से धरमघर होते हुए कोटमनिया तक की सड़क के सुधारीकरण और डामरीकरण को मंजूरी दी गई है।
- अल्मोड़ा के जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पीतना में बहुउद्देशीय भवन निर्माण के लिए 95.84 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
- गांधी इंटर कॉलेज पनुआनौला में चार अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिए 99.95 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है।
शहीदों की स्मृति को मिलेगा स्थायी स्थान
मसूरी में प्रस्तावित यह संग्रहालय उत्तराखंड आंदोलन के संघर्ष व बलिदान की गवाही देगा। संग्रहालय में शहीदों के चित्र, जीवनवृत्त, आंदोलन से जुड़े दस्तावेज व अन्य स्मृतियां संग्रहित की जाएंगी। यह न केवल श्रद्धांजलि स्थल होगा, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बनेगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी का यह निर्णय न केवल शहीदों के सम्मान में एक ऐतिहासिक कदम है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि सरकार राज्य के वीर आंदोलनकारियों की कुर्बानी को कभी भुलने ही नहीं देगी। साथ ही, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विकास को गति देने की दिशा में भी यह एक मजबूत पहल भी है।