38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन 14 फरवरी को, गृहमंत्री अमित शाह होंगे मुख्य अतिथि
38वें राष्ट्रीय खेलों की शानदार सफलता के बाद अब समापन समारोह की तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं। 14 फरवरी को आयोजित समापन समारोह में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। समापन समारोह को भव्य व यादगार बनाने की दिशा में सुरक्षा व्यवस्था व अन्य व्यवस्थाओं पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
इस संबंध में बीते बुधवार को खेल मंत्री रेखा आर्या ने समापन समारोह की तैयारियों का जायजा भी लिया और अधिकारियों के साथ बैठक भी की। मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह ऐतिहासिक होगा और इसके लिए सभी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन भी किया जाए। उन्होंने समापन समारोह को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपील भी की है।
बैठक में खेल मंत्री ने समारोह की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि उत्तराखंड इस बार 38वें राष्ट्रीय खेलों में 7वें पायदान पर रहा, जो गर्व की बात है। समापन समारोह में राज्य के सभी पदक विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। मंत्री ने यह भी बताया कि मुख्य अतिथि के स्वागत के लिए तिकोनिया से गौलापार स्टेडियम तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, और समारोह का सीधा प्रसारण नगर के विभिन्न स्थानों पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से भी किया जाएगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी आज 13 फरवरी को खुद तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए गौलापार स्टेडियम आएंगे। वे दोपहर 12 बजे पहुंचकर लगभग 2 घंटे तक तैयारियों का जायजा लेंगे और फिर हेलिकॉप्टर से काशीपुर रवाना हो जाएंगे। सीएम ने भी कार्यक्रम को भव्य बनाने के साथ-साथ इसे एक मिसाल बनाने की इच्छा भी जताई है।
समापन समारोह की पार्किंग व्यवस्था को लेकर परिवहन विभाग ने कड़ी तैयारियां भी की हैं। स्टेडियम के पास 2500 वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की गई है, और 350 शटल बसों का संचालन किया जाएगा। वीवीआईपी व मीडिया कर्मियों के लिए विशेष प्रवेश व्यवस्था बनाई गई है।
सर्किट हाउस काठगोदाम में हुई बैठक में डीएम वंदना, डीआईजी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत, एसएसपी पीएन मीणा, सीडीओ अशोक कुमार पांडे, व अन्य अधिकारियों ने समापन समारोह की व्यवस्थाओं पर चर्चा की और उनकी सफलता के लिए कार्यों को निर्धारित भी किया।
38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन समारोह न केवल ऐतिहासिक होगा, बल्कि उत्तराखंड में खेलों के प्रति समर्पण व संगठन की एक नई मिसाल भी पेश करेगा।