मानसून में बिजली हादसों से बचाने को यूपीसीएल अलर्ट, पूरे प्रदेश में चलेगा मरम्मत और निरीक्षण अभियान
देहरादून: उत्तराखंड में आगामी मानसून सीजन को देखते हुए यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) ने राज्यव्यापी विद्युत सुरक्षा व सुधार अभियान शुरू करने का फैसला भी किया है। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने इस संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए तेज बारिश व आंधी-तूफान से बिजली आपूर्ति पर असर को न्यूनतम करने के निर्देश भी दिए हैं।
पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा निरीक्षण और मरम्मत अभियान
एमडी ने स्पष्ट किया कि 33 केवी, 11 केवी व एलटी लाइनों की पेट्रोलिंग, अर्थिंग निरीक्षण और सुरक्षा जांच अनिवार्य रूप से ही की जाए। पुराने और जर्जर खंभों को बदलने, झूलते तारों को कसने और झाड़ियों की कटाई जैसे कार्यों को प्राथमिकता भी दी जाए। इसके साथ ही ट्रांसफार्मर स्थलों की फेंसिंग की मरम्मत व टेढ़े-तिरछे पोलों को सीधा करने की कार्रवाई भी तेजी से पूरी करने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि बिजली दुर्घटनाओं से जनहानि रोकी भी जा सके।
आपदा की स्थिति में तुरंत बिजली बहाल करने की तैयारी
यूपीसीएल ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि
संभावित आपदा की स्थिति में विद्युत आपूर्ति को जल्द बहाल करने के लिए ट्रांसफार्मर, पोल, केबिल, कंडक्टर आदि जरूरी सामान सभी संवेदनशील इलाकों में स्टॉक भी किया जाए। सभी सबस्टेशन और भंडारण केंद्रों को इस दिशा में तैयार रखने को भी कहा गया है।
चारधाम क्षेत्रों के लिए विशेष सतर्कता
चारधाम यात्रा के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए विशेष तैयारियां करने के निर्देश भी दिए गए हैं। एमडी ने कहा कि चारधाम मार्गों व धाम क्षेत्रों में अस्थाई और स्थायी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा भी न हो।
हाईअलर्ट मोड में कर्मचारी, हर अपडेट व्हाट्सएप पर
मानसून सीजन को लेकर यूपीसीएल ने हाईअलर्ट भी जारी किया है। अब सभी अधिकारी व कर्मचारी बिना आवश्यकता कार्यालय न छोड़ें। आकस्मिक स्थिति में बिजली आपूर्ति को तुरंत बहाल करने की जिम्मेदारी भी तय की गई है। साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए हर अपडेट मुख्यालय तक पहुंचाना भी अनिवार्य किया गया है। किसी भी बाधा या खराबी की जानकारी रीयल टाइम में साझा भी करनी होगी।
कंट्रोल रूम भी सक्रिय
यूपीसीएल ने मानसून सीजन के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम भी स्थापित किया है, जो 24 घंटे संचालित रहेगा। उपभोक्ताओं की शिकायतों व आपात स्थितियों पर तत्काल कार्रवाई के लिए यह कंट्रोल रूम लगातार निगरानी में ही रहेगा।