जौनसार-बावर में अन्न संकट पर कड़ा रुख: डीएम ने कहा – हमारे रहते कोई भूखा नहीं रहेगा

सीएम के प्रताप से कोई विक्रेता, व्यापारी, कर्मचारी वर्ग इतने बाहुबल नहीं; कि जनमन को उनके हक से रख सके वंचित: डीएम गोदाम हमारे, इलाका हमारा, जनमन हमारे: डीएम प्रशासन को आभास है भलीभांति;अपनी शक्तियां भी दायित्व भी: डीएम मजबूरी मौनता निष्क्रियता: सुप्रशासन का परिचय नहीं: DM भयादोहन की स्थिति में घर-घर राशन पहुंचाना आता है हमें: डीएम सुदूरवर्ती क्षेत्र जौनसार बाबर में 2 माह से चले आ रहे सरकारी सस्ता गल्ला वितरण अन्न संकट जिला प्रशासन ने किया दूर जिला प्रशासन ने सरकारी सस्ता गल्ला राशन विक्रेताओं को कराया उनकी जिम्मेदारी एवं प्रशासन की शक्तियों का आभास प्रशासन घर-घर राशन वितरण को बना चुका था प्लान सारे राशन विक्रेता ई-पॉस मशीन से ही सुनिश्चित करेंगे खाद्यान्न उठान हमारे होते हुए क्षेत्र में धात्री महिला, बुजुर्ग, बच्चों पर अन्न संकट नामुमकिन: डीएम राशन तो बंटवा ही देगा जिला प्रशासन; जरूरतमंद तक

देहरादून जिले के सुदूरवर्ती जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर में 2 माह से जारी सरकारी सस्ता गल्ला वितरण की अव्यवस्था को लेकर प्रशासन ने बड़ा एक्शन भी लिया है। क्षेत्र में लगभग 250 राशन विक्रेताओं द्वारा गोदामों से राशन नहीं उठाया जा रहा था, जिससे धात्री महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों व स्कूलों के मिड-डे मील तक प्रभावित भी होने लगे थे। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने साफ शब्दों में कहा:

हमारे रहते क्षेत्र में किसी भी जरूरतमंद के घर में अन्न संकट नामुमकिन है।

डीएम ने स्पष्ट किया कि यदि विक्रेताओं द्वारा बाधा उत्पन्न की जाती है तो प्रशासन स्वयं घर-घर जाकर राशन भी वितरित करेगा। उन्होंने दो टूक कहा:

मजबूरी, मौनता और निष्क्रियता, सुशासन का परिचय नहीं है। प्रशासन को अपनी शक्तियों का भलीभांति आभास है और जनहित सर्वोपरि भी है।

जवाबदेही के लिए बनी उच्च स्तरीय टीम

समस्या के समाधान के लिए डीएम ने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की। टीम ने मौके पर जाकर राशन विक्रेताओं से वार्ता की और उन्हें उनकी जिम्मेदारियों का स्मरण भी कराया। साथ ही उन्हें यह भी बताया गया कि शासन व प्रशासन की शक्तियां सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं हैं।

बैठक में शामिल अधिकारियों ने कहा:

गोदाम हमारे, इलाका हमारा और जनमन भी हमारा है। जनकल्याण के रास्ते में कोई बाहुबल या निजी स्वार्थ बाधा नहीं बन सकता।”

ई-पॉस मशीन और राशन उठान की कार्रवाई शुरू

समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के अनुसार:

  • 07 जून से राशन विक्रेताओं के लिए ई-पॉस मशीन का प्रशिक्षण प्रारंभ भी किया जाएगा।
  • सभी गोदाम प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि 10 से 12 विक्रेता प्रतिदिन गोदामों से खाद्यान्न एवं मशीन उठान की प्रक्रिया में भाग भी लेंगे।
  • प्रत्येक गोदाम खुला रहेगा व वितरण सुनिश्चित भी किया जाएगा।

संकट में प्रशासन बना सहारा

डीएम सविन बंसल ने कहा कि यदि कोई भयादोहन (धमकी या दबाव) की स्थिति बनी, तो जिला प्रशासन घर-घर राशन पहुंचाने की योजना पहले ही तैयार भी कर चुका है।

उन्होंने कहा:

मुख्यमंत्री के नेतृत्व और जनप्रतिनिधित्व का प्रताप ही है कि कोई भी विक्रेता, व्यापारी या कर्मचारी वर्ग इतना बाहुबल नहीं रखता कि जनता को उनके हक से वंचित भी कर सके।

देहरादून प्रशासन ने जौनसार-बावर क्षेत्र में अन्न संकट की स्थिति पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए त्वरित निर्णय व कड़े निर्देश भी जारी किए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति में जनहित से समझौता नहीं किया जाएगा, और यदि जरूरत पड़ी तो सरकार स्वयं राशन लेकर लोगों के द्वार तक भी पहुंचेगी।