उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से हाहाकार, 26 मार्गों पर यातायात बाधित, कृषि और पर्यटन प्रभावित
पहाड़ों पर लगातार हो रही वर्षा के कारण स्थानीय लोगों का हाल बेहाल है। पहाड़ पर भी भूस्खलन बढ़ा है। जौनसार बावर में भूस्खलन होने के कारण आए मलबे से 26 मोटर मार्गों पर यातायात बाधित हुई। वहीं मौसम विभाग ने आज मंगलवार को उत्तराखंड के चंपावत, नैनीताल, बागेश्वर और टिहरी में भारी बारिश का आसार बताया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से पहाड़ी व मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से लोगों का हाल बेहाल है। राज्य में आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अपडेट के अनुसार, आज नैनीताल, टिहरी, चंपावत, और बागेश्वर में भारी बारिश के आसार हैं। वहीं, जौनसार बावर में भूस्खलन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हल्की वर्षा में ही पहाड़ दरक रहे हैं। जिसके चलते पछवादून में एक व जौनसार बावर में 25 मार्गों पर आवागमन बाधित हो गया।
मार्गों के बंद होने से किसान अपनी नकदी फसल टमाटर, मूली, खीरा, बींस, अदरक, शिमला मिर्च, हरी मिर्च आदि कृषि मंडियों में नहीं पहुंचा पाए। मार्ग बंद होने के कारण किसानों को या तो अतिरिक्त दूरी नापकर अन्य रास्तों से मंडियों में जाना पड़ रहा है, जिससे भाड़ा अधिक लगने पर उनका मुनाफा लगातार घट रहा है।
कई गांवों के लिए एक मात्र रास्ता बंद होने पर नकदी फसलें खेतों में ही सड़ रही है। बंद मार्गों के कारण चकराता में पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो गया है। वर्षा होते ही जगह जगह पहाड़ भूस्खलन होने से मलबा सड़कों पर आकर यातायात को बाधित कर रहा है।
सराड़ी, गोथान, बोहा संपर्क मार्ग, बिजऊ कुइता खतार, तारली व कालसी चकराता से निकला रानी गांव मोटर मार्ग पर भी यातायात ठप हो गया है।