नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद सांप्रदायिक तनाव, हिंसा की चपेट में आया शहर
नैनीताल: नैनीताल में बुधवार रात सांप्रदायिक तनाव ने उस शांति को चुनौती दे दी जिसके लिए यह शहर वर्षों से जाना भी जाता रहा है। एक नाबालिग हिंदू लड़की के साथ एक मुस्लिम बुजुर्ग द्वारा कथित दुष्कर्म की खबर के बाद शहर में हिंसा भी भड़क उठी। घटना के बाद उग्र भीड़ ने मल्लीताल थाना क्षेत्र में प्रदर्शन करते हुए एक समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ भी की और धार्मिक स्थल के पास नारेबाजी भी की। पुलिस को हालात नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
1984 के बाद पहली बार इतनी गंभीर स्थिति
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, नैनीताल में 1984 के सिख विरोधी दंगों के बाद पहली बार ऐसा सांप्रदायिक तनाव भी देखा गया है। हालांकि, इस बार मामला हिंसा तक पहुंचा जरूर, लेकिन सामूहिक दंगों में बदला नहीं। मुस्लिम समुदाय की ओर से संयम बरता गया और किसी प्रकार की प्रतिकिया सामने भी नहीं आई।
कैसे भड़की हिंसा
देर शाम पुलिस को नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की सूचना मिली और उसे मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भी ले जाया गया। इसी बीच, खबर शहर में आग की तरह फैल गई और रात करीब 9 बजे तक बड़ी संख्या में लोग मल्लीताल थाने के बाहर ही जमा हो गए। भीड़ का गुस्सा लगातार बढ़ता गया, जो धीरे-धीरे अराजकता में भी बदल गया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान विरोधी नारे भी लगाए और धार्मिक स्थल के बाहर पथराव की घटनाएं भी हुईं।
वाहनों और घरों को भी बनाया निशाना
उग्र भीड़ ने गाड़ी पड़ाव क्षेत्र में खड़े वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया और कई दुकानों व मकानों पर पथराव भी किया। कई घरों के शीशे टूट गए और सामान सड़क पर बिखेर भी दिया गया। स्थानीय लोग दहशत में घरों की खिड़कियों से स्थिति को देखकर प्रशासन से शांति की अपील भी करते रहे।
पुलिस की चुनौती: एक जगह से हटाओ, दूसरी जगह इकठ्ठा हो जाते
पुलिस के लिए भीड़ को काबू में लाना चुनौतीपूर्ण भी रहा। भीड़ लगातार कोतवाली और गाड़ी पड़ाव के बीच एक किलोमीटर के दायरे में इधर-उधर जाकर पथराव व तोड़फोड़ करती रही। जैसे ही पुलिस एक स्थान से भीड़ को हटाती, प्रदर्शनकारी दूसरी जगह एकत्र हो जाते।
प्रशासन की अपील: संयम और कानून पर भरोसा रखें
जिला प्रशासन और पुलिस ने आम जनता से संयम बरतने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील भी की है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि बच्ची के साथ हुई घटना की निष्पक्ष और कठोर जांच की जा रही है, और दोषी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।