प्रश्न पत्र लीक कांड में नया मोड़: खालिद की चालाकी आई सामने, मोबाइल साक्ष्य नष्ट करने की आशंका
देहरादून: राज्य स्तरीय भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले में आरोपी खालिद की चालाकी अब खुलकर सामने आ रही है। एसटीएफ के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, खालिद ने फरार होने के दो दिनों के दौरान महत्वपूर्ण साक्ष्यों को नष्ट करने की कोशिश की। पुलिस को संदेह है कि उसका मोबाइल इस पूरे षड्यंत्र की अहम कड़ी हो सकता है, लेकिन खालिद उस बारे में लगातार भ्रामक और विरोधाभासी बयान दे रहा है।
मोबाइल को लेकर बयानबाज़ी से उलझन
पूछताछ के दौरान पहले खालिद ने दावा किया कि उसने अपना मोबाइल फोन ट्रेन से फेंक दिया था। लेकिन जब उस स्थान का पता लगाने का प्रयास किया गया तो उसने कहा कि उस ट्रैक के नीचे नदी बह रही थी, संभवतः मोबाइल उसमें गिर गया। खालिद के इन विरोधाभासी बयानों से एसटीएफ को शक है कि वह जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। इसी आधार पर उसे बुधवार को कस्टडी रिमांड पर लिए जाने की संभावना है।
परीक्षा के दौरान संदिग्ध हरकतें, शौचालय जाने पर जोर देता रहा
परीक्षा केंद्र पर खालिद की गतिविधियां भी संदेहास्पद रहीं। कमरा नंबर-9 के परीक्षक के अनुसार, परीक्षा शुरू होते ही खालिद लघुशंका के बहाने बार-बार बाहर जाने की कोशिश करता रहा। नियमों के चलते उसे तुरंत अनुमति नहीं मिली, लेकिन लगभग आधे घंटे बाद उसे शौचालय जाने दिया गया। पुलिस को संदेह है कि इसी दौरान खालिद ने कोई संदिग्ध गतिविधि को अंजाम दिया।
जैमर की चूक से बढ़ा शक, खालिद को मिली ‘सुविधाजनक’ सीट
परीक्षा केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था में भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। हरिद्वार के बहादरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र में 18 कमरों में से सिर्फ 15 में जैमर लगाए गए थे। खालिद जिस कमरा नंबर-9 में परीक्षा दे रहा था, वहां कोई जैमर नहीं था। हैरानी की बात यह है कि खालिद को उसी कमरे में दरवाजे के पास की पहली सीट अलॉट हुई थी, जिससे संचार माध्यमों का प्रयोग करना आसान हो सकता है। एक जैमर की रेंज सामान्यतः 10 मीटर होती है, ऐसे में बिना जैमर वाले कमरे में बैठाया जाना संदेह को और गहरा करता है।
एसपी जया ने बताया कि सोमवार को केंद्र का निरीक्षण करते हुए कई गंभीर सवाल खड़े हुए हैं, जिससे यह आशंका बलवती होती जा रही है कि खालिद को किसी ‘अज्ञात’ व्यक्ति का सहयोग मिला है।
कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं, पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहा खालिद
पुलिस जांच में अब तक खालिद या उसके परिवार के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार, हाल ही में उसकी मां का देहांत कैंसर के चलते हुआ है और वह घरेलू समस्याओं से परेशान चल रहा था। ऐसे में आशंका है कि उसने किसी दबाव या प्रलोभन में आकर यह कदम उठाया हो।