उत्तराखंड में पुलिस समेत सभी वर्दीधारी सेवाओं के लिए एकीकृत परीक्षा की तैयारी

देहरादून: प्रदेश सरकार पुलिस सहित सभी वर्दीधारी सेवाओं के लिए एक साथ यूनिफॉर्म सर्विस कंबाइंड एग्जाम कराने की तैयारी भी कर रही है। इसका मुख्य उद्देश्य बार-बार अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में लगने वाले समय, खर्च व संसाधनों की बचत करना है।

इस नई प्रणाली के तहत अभ्यर्थी अपनी पसंद के विभाग में शामिल होने के लिए आवेदन भी कर सकेंगे और परीक्षा के दौरान अपनी प्राथमिकता दर्ज कर सकेंगे। लिखित और शारीरिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची भी तैयार की जाएगी, जिसके अनुसार अभ्यर्थियों का चयन संबंधित विभागों में भी किया जाएगा।

अपर सचिव कार्मिक ललित मोहन रयाल ने बताया कि इस परीक्षा के लिए आरक्षी और उप निरीक्षक स्तर के पदों के लिए अलग-अलग नियमावली भी बनाई जा रही है।

प्रदेश में वर्तमान में पुलिस, परिवहन, आबकारी, सचिवालय, विधानसभा, वन विभाग आदि कई विभागों में वर्दीधारी सेवाएं भी दी जाती हैं। इन विभागों में आरक्षी और उप निरीक्षक स्तर के पदों पर भर्ती के लिए समय-समय पर परीक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं।

राज्य सरकार के अनुसार, कई अभ्यर्थी इन अलग-अलग परीक्षाओं में शामिल होते हैं और किसी एक या अधिक विभागों में सफल होकर सेवा भी देते हैं। बाद में वे दूसरे विभाग की परीक्षा में भी बैठते हैं और सफल होने पर पहले विभाग से इस्तीफा भी दे देते हैं। इससे पद रिक्त हो जाते हैं और फिर से भर्ती प्रक्रिया भी शुरू करनी पड़ती है, जिससे समय और धन की बर्बादी भी होती है।

इसी समस्या को देखते हुए शासन ने सभी संबंधित विभागों के साथ सहमति के बाद एकीकृत परीक्षा कराने का निर्णय भी लिया है। सभी विभाग अपनी रिक्त पदों का विवरण शासन को भी देंगे, जिसके आधार पर एक परीक्षा एजेंसी का चयन भी किया जाएगा।

परीक्षा में सफल अभ्यर्थी अपनी मेरिट के अनुसार प्राथमिकता वाले विभागों में नियुक्त होंगे और संबंधित विभाग की नियमावली के अनुसार सेवा भी देंगे।

अपर सचिव कार्मिक ललित मोहन रयाल ने कहा,

“एकीकृत परीक्षा के लिए नियमावली बनाना भी जारी है और जल्द ही इसे लागू भी किया जाएगा।”