
फतेहपुर के अखरी गांव में तिहरी हत्याकांड: जान बचाने की कोशिश में दौड़े, कातिलों ने नहीं दिया बचने का मौका; जानें विवाद की वजह
फतेहपुर के अखरी गांव में तिहरी हत्याकांड, प्रधान चुनाव की रंजिश में मारे गए दो बेटे और एक पौत्र
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के हथगाम थाना क्षेत्र स्थित अखरी गांव में बीते मंगलवार को हुए तिहरे हत्याकांड ने सनसनी मचा दी। हत्या में ग्राम प्रधान के 2 बेटों और उनके पौत्र को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना के पीछे प्रधानी चुनाव की रंजिश बताई जा रही है। आरोप है कि पूर्व प्रधान ने अपने बेटे व अन्य साथियों के साथ मिलकर यह वारदात अंजाम दी।
घटना का मंजर
घटना सुबह उस वक्त हुई जब मृतक अनूप सिंह (40), विनोद सिंह (45) और भतीजा अभय प्रताप (21) बाइक से खेत जा रहे थे। आरोपियों ने गांव के नलकूप के पास घात लगाकर पहले से वहां इंतजार कर रहे ट्रैक्टर सवार पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू, उनके बेटे पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक और जान उर्फ विपुल के साथ मिलकर इन तीनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गोलीबारी में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद सभी आरोपी स्कॉर्पियो में भाग गए।
विवाद की शुरुआत
ग्रामीणों के अनुसार, एक दिन पहले सुबह विनोद उर्फ पप्पू और पूर्व प्रधान के बेटे पीयूष के बीच विवाद हुआ था। पीयूष ने विनोद को घूरते हुए कुछ टिप्पणी भी की थी, जिससे विनोद नाराज हो गए और उन्होंने पीयूष का बाइक से पीछा किया। दोनों के बीच पुलिया के पास बहस हुई, जिसके बाद पूर्व प्रधान अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचकर हत्या की वारदात को अंजाम भी दिया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने मनीषा (अनूप की पत्नी) की तहरीर पर पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू, उसके बेटे पीयूष और अन्य 5 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10 टीमें गठित की हैं।
तनाव और सुरक्षा उपाय
घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया, जिसके कारण गांव में भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है। ग्रामीणों ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए उठाने नहीं दिया, जिससे पुलिस को शव उठाने में 4 घंटे का समय लगा। एसपी धवल जायसवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
पूर्व प्रधान और विनोद के बीच अदावत
पूर्व प्रधान और विनोद सिंह के बीच लंबे समय से अदावत चल रही थी, खासकर तब से जब विनोद ने पूर्व प्रधान के खिलाफ सरकारी जमीन और राशन की दुकान के मामले में कार्रवाई की थी। ये घटनाएं दोनों पक्षों के बीच दुश्मनी को और बढ़ा चुकी थीं, जो अब हत्या की वजह भी बनी।
पुलिस का बयान
एडीजी भानू भास्कर ने कहा कि इस मामले में आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कर 3 की गिरफ्तारी की गई है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई है। पूर्व प्रधान पर पहले भी हत्या व अन्य अपराधों के मामले दर्ज हैं।