शिशु मातृ मृत्यु दर कम करने की दिशा में आगे बढ़ रहा उत्तराखंड

प्मिरदेश में शन निदेशक, एनएचएम उत्तराखंड स्वाति एस.भदौरिया ने पीपीएच की रोकथाम को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया है। साथ हि उन्होंने कहा कि केवल जागरूकता बढ़ाने के लिए महिलाओं को प्रसव के दौरान व्यापक, क्रॉस-सेक्टरल समर्थन प्रदान करने के लिए रणनीतियों को लागू करना आवश्यक है।

 

उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक परिवार में महिलाओं का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है क्योंकि महिलाओं के अस्वस्थ होने की स्थिति में बच्चों एवं परिवार के सभी सदस्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उत्तराखंड में मातृ स्वास्थ्य के उन्नयन के लिए स्वास्थ्य इकाई के स्तर पर व समुदाय स्तर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं ताकि प्रत्येक गर्भवती महिला के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सके और मातृ मृत्यु में अपेक्षित कमी लाई जा सके।