टिहरी झील पर्यटन परियोजना को एडीबी से 126.42 मिलियन डॉलर की मदद, बनेगा अंतरराष्ट्रीय टूरिज्म डेस्टिनेशन
देहरादून , 12 सितंबर 2025
टिहरी झील क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। एशियन विकास बैंक (ADB) ने 126.42 मिलियन डॉलर (लगभग 11,000 करोड़ रुपये) की ऋण सहायता देने का समझौता किया है। यह वित्तीय मदद उत्तराखंड में सतत और जलवायु संवेदनशील पर्यटन विकास के लिए दी जा रही है।
नई दिल्ली में केंद्र सरकार और ADB के बीच हुआ समझौता
यह महत्वपूर्ण समझौता केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग और ADB के बीच हस्ताक्षरित हुआ। इस अवसर पर:
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संयुक्त सचिव जूही मुखर्जी (आर्थिक मामलों विभाग)
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काई वेई येओ (ADB, भारत प्रभारी अधिकारी)
ने दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए।
टिहरी झील बनेगा ऑल-वेदर इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टिनेशन
उत्तराखंड सरकार की योजना के अनुसार, टिहरी झील क्षेत्र को सभी मौसमों में पर्यटकों के लिए उपयुक्त गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा।
यह परियोजना राज्य के जलवायु-संवेदनशील और आर्थिक रूप से पिछड़े इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देगी।
परियोजना के तहत होंगे ये प्रमुख विकास कार्य:
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आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण
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स्वच्छता और ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली की स्थापना
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पर्यटन गतिविधियों का संचालन जैसे वॉटर स्पोर्ट्स, ट्रेकिंग, इको-टूरिज्म आदि
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स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार और आजीविका के अवसर
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ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना
परियोजना से अनुमानित लाभ:
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87,000 से अधिक स्थानीय लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे
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हर साल 27 लाख पर्यटक इस क्षेत्र का रुख कर सकेंगे
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क्षेत्रीय आर्थिक विकास में वृद्धि
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स्थायी और जिम्मेदार पर्यटन की नई मिसाल बनेगी
अधिकारियों के बयान:
जूही मुखर्जी, संयुक्त सचिव, वित्त मंत्रालय:
“ADB के साथ यह ऋण समझौता उत्तराखंड को एक सस्टेनेबल टूरिज्म हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है। टिहरी झील क्षेत्र अब वर्षभर पर्यटन गतिविधियों के लिए विकसित होगा।”
काई वेई येओ, प्रभारी अधिकारी, ADB:
“इस परियोजना के माध्यम से स्थायी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।”
परियोजना का महत्व राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
टिहरी झील पहले से ही अपनी प्राकृतिक सुंदरता और एडवेंचर टूरिज्म के लिए जानी जाती है। अब इस नई परियोजना के तहत इसे:
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इको-फ्रेंडली टूरिज्म मॉडल
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अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षक गंतव्य
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और स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका स्रोत
के रूप में विकसित किया जाएगा।