देहरादून में 320 संपत्तियों पर 28 करोड़ का कर बकाया, बड़े बकायेदारों से वसूली में निगम नाकाम

दून नगर निगम के 28 करोड़ रुपये के कर बकाएदार, बड़े बकायेदारों ने किया भुगतान से इंकार

दून नगर निगम बड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है, क्योंकि 320 बड़े बकायेदारों पर 28 करोड़ रुपये का कर बकाया भी है। निगम ने इन बकायेदारों को कई बार नोटिस भेजे हैं, लेकिन वे कोई ध्यान ही नहीं दे रहे हैं।

नगर निगम क्षेत्र में 1 लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी हैं और इस वर्ष का कर वसूली लक्ष्य 60 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था। सामान्य बकायेदारों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कर जमा कर दिया है, लेकिन बड़े बकायेदारों ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। नगर निगम के रिकार्ड के मुताबिक, देहरादून में 1 लाख रुपये से ऊपर के करीब 320 बकायेदार हैं, जिन पर 28 करोड़ रुपये का कर बकाया है। इसके अलावा 4 बकायेदारों पर एक करोड़ रुपये से ऊपर का बकाया है। अधिकारियों का कहना है कि अगर ये बकायेदार अपना कर नहीं जमा करते हैं, तो उन पर 12 प्रतिशत ब्याज भी लगाया जाएगा।

कर वसूली के लिए निगम का विशेष प्रयास

देहरादून नगर निगम ने कर वसूली को लेकर विशेष प्रयास किए हैं। बुधवार को छुट्टी के दिन भी कर अनुभाग खुला रहा ताकि लोग अपनी कर राशि जमा कर सकें। निगम ने लोगों की सुविधा के लिए 3 अतिरिक्त काउंटर भी बनाए हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 के कर पर 20 प्रतिशत छूट दी जा रही है, जो 31 मार्च के बाद समाप्त हो जाएगी। उसके बाद 12 प्रतिशत ब्याज लागू होगा।

व्हाट्सएप के माध्यम से कर भुगतान की नई व्यवस्था

नगर निगम ने एक माह पहले व्हाट्सएप के जरिए बिल भेजने की नई व्यवस्था शुरू की है। इसमें पे नाऊ का लिंक भी दिया जाता है, जिससे बकायेदार एक क्लिक में अपना कर जमा कर सकते हैं। इस सुविधा से अब तक लगभग 60 लाख रुपये जमा किए जा चुके हैं, और खास बात यह है कि इस प्रणाली का लाभ छोटे बकायेदारों को मिला है, जिन्हें कार्यालय का चक्कर भी नहीं काटना पड़ा।

बड़े बकायेदारों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाएंगे, यह अब निगम के अधिकारियों के लिए चुनौती भी बन चुका है।