Ram Mandir : इन दिनों अयोध्या के बाजार में रुद्रप्रयाग जिले में बन रहे श्रीराम मंदिर के प्रतीक भक्तों की पहली पसंद भी बने हुए हैं।

इन दिनों अयोध्या के बाजार में रुद्रप्रयाग जिले में बन रहे श्रीराम मंदिर के प्रतीक भक्तों की पहली पसंद भी बने हुए हैं। केदार इनोवेशन संस्था द्वारा दो महीने में 3 हजार से अधिक मंदिर के प्रतीक अयोध्या के लिए आपूर्ति किए जा चुके हैं। साथ ही मांग के अनुरूप और प्रतीक भी तैयार किए जा रहे हैं।

मंदिर के प्रतीकों को पाइन वुड से तैयार भी किया जा रहा है। केदार इनोवेशन के संस्थापक भास्कर पुरोहित टीम के साथ बीते 6 माह से भगवान श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाने में जुट गए थे। जिला मुख्यालय से लगे भटवाड़ी और तिलवाड़ा में श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाने का कार्य भी किया जा रहा है।

इस सेंटर में पुरोहित व उनकी टीम द्वारा 3.5 इंच से लेकर 4 फीट ऊंचाई तक के श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाए जा रहे हैं, जिनके मूल्य भी उसी हिसाब से निर्धारित भी किए गए हैं। एक प्रतीक को तैयार करने में 20 मिनट से 30 मिनट का समय लग रहा है। यहां एक दिन में 55 नग से 60 नग तक तैयार हो रहे हैंI

भास्कर ने बताया, बीते दो महीने में मंदिर के सबसे छोटे से लेकर सबसे बड़े प्रतीक के 3,000 से अधिक नग अयोध्या भेजे भी जा चुके हैं। इन प्रतीकों को थर्माकोल के साथ ही गत्ते के डिब्बों में पैकिंग कर भेजा जा रहा, जिससे ये सुरक्षित भी रहें। सेंटर को अयोध्या से अन्य कई व्यापारियों ने मंदिर के प्रतीक बनाने के लिए भी कहा है।

श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाने के लिए सबसे पहले कंप्यूटर पर ही डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं। फिर यहां से इन डिजाइन को सीएनसी (कंप्यूटराइज्ड न्यूमेरिकल कंट्रोल) थ्रीडी लेजर कटिंग मशीन में ट्रांसफर भी किया जाता है। जहां मशीन में डिजाइन के हिसाब से कटिंग भी की जाती है। फिर इसके बाद काटे गए प्रत्येक हिस्से को जोड़कर प्रतीक तैयार भी किया जाता है। इन प्रतीक को रंगों से भी सजाया जाता है।

श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाने के लिए केदार इनोवेशन सेंटर द्वारा भी नई दिल्ली से पाइन वुड मंगाई जा रही है। यह 4 फीट लंबी और 4 फीट चौड़ी शीट के आकार में होती है, जो हल्के बादामी रंग की ही होती है। सेंटर द्वारा एक समय में पाइन वुड के 2 हजार से 3 हजार पीस मंगाए जा रहे हैं, जिससे कार्य भी निरंतर चलता रहे।

केदार इनोवेशन श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाने के कार्य में 8 स्थानीय लोगों को रोजगार भी दे रहा है। इस कार्य में कुछ युवतियां और कुछ महिलाएं हैं, जो अपने घर-परिवार की जिम्मेदारी भी निभाने के साथ ही शेष समय में प्रतीक तैयार कर रही हैं।

रुद्रप्रयाग, संस्थापक केदार इनोवेशन के भास्कर पुरोहित ने बताया बीते साल केदारनाथ यात्रा में अयोध्या के कुछ व्यापारी आए थे और केदारनाथ मंदिर के प्रतीक भी देखे, जो उन्हें बहुत ही पसंद आए। उन्होंने केदारनाथ मंदिर की तरह श्रीराम मंदिर के प्रतीक बनाने को भी कहा, जिस पर यह कार्य भी शुरू किया गया। बीते दो महीने में संबंधित व्यापारियों को उनकी मांग के हिसाब से 3 हजार मंदिर के प्रतीक भेज दिए गए हैं।