
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय ने एमए हिंदी की परीक्षा की, पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न आने पर निरस्त
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (RMPU) ने एमए हिंदी द्वितीय सेमेस्टर के चतुर्थ प्रश्न पत्र “अस्मितामूलक विमर्श” की परीक्षा को निरस्त भी कर दिया है। यह फैसला तब लिया गया जब 3 जून को आयोजित परीक्षा में पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न पूछे गए, जिससे छात्रों में भारी असंतोष भी देखा गया। अब यह परीक्षा 18 जून को दोबारा आयोजित की जाएगी। परीक्षा निरस्त करने का निर्णय छात्रों के लगातार विरोध व लिखित शिकायतों के बाद लिया गया। अलीगढ़, हाथरस, एटा और कासगंज जिलों के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। डीएस कॉलेज में तो परीक्षार्थियों ने परीक्षा ही नहीं दी।
‘अस्मितामूलक विमर्श’ की जगह पूछे गए भाषा विज्ञान से जुड़े प्रश्न
3 जून को आयोजित इस परीक्षा में प्रश्न पत्र के शीर्षक पर “अस्मितामूलक विमर्श” लिखा भी गया था, लेकिन उसमें प्रश्न भाषाविज्ञान विषय से जुड़े हुए थे। इससे परीक्षार्थी भ्रमित हो गए व उन्होंने तुरंत कक्ष निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों को इसकी जानकारी भी दी। छात्रों का आरोप था कि यह प्रश्न पत्र न केवल पाठ्यक्रम से बाहर था, बल्कि संबंधित विषय से मेल भी नहीं खाता था। छात्रों ने इस मामले में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल कोई कदम ही नहीं उठाया।
पहले बीएएलएलबी परीक्षा भी निरस्त हो चुकी है
गौरतलब है कि 3 जून को ही बीएएलएलबी द्वितीय सेमेस्टर की तीसरी परीक्षा भी प्रश्न पत्र में हिंदी भाषा के सवाल न होने के चलते निरस्त भी कर दी गई थी। उस परीक्षा में भी छात्रों ने हंगामा किया था, जिसके बाद विश्वविद्यालय को तुरंत हस्तक्षेप भी करना पड़ा।
दोनों परीक्षाएं अब 18 जून को होंगी
परीक्षा नियंत्रक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि
एमए हिंदी और बीएएलएलबी दोनों की निरस्त की गई परीक्षाएं अब 18 जून को दोबारा आयोजित की जाएंगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि आगे ऐसी गलतियों से बचने के लिए प्रश्नपत्र निर्माण व परीक्षण की प्रक्रिया को और अधिक सख्त किया जाएगा।