सावन के तीसरे सोमवार पर शिवभक्ति में डूबी धर्मनगरी हरिद्वार, दक्षेश्वर महादेव में उमड़ा आस्था का सैलाब

हरिद्वार: आज सावन का तीसरा सोमवार है और इस पवित्र अवसर पर धर्मनगरी हरिद्वार शिवभक्ति में सराबोर भी है। शहर के प्रमुख शिवालयों, विशेषकर कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भी उमड़ रही है। दूर-दूर से आए भक्त तड़के से ही भगवान शिव को जलाभिषेक करने के लिए कतार में खड़े भी हैं। श्रद्धा व भक्ति से लबरेज इस माहौल में चारों ओर बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे से गूंज रहे हैं।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रदेशवासियों को सावन के तीसरे सोमवार की शुभकामनाएं दीं और सभी के जीवन में सुख-शांति की कामना भी की।

सावन का विशेष महत्व

सावन का प्रत्येक सोमवार शिवभक्ति के लिए अत्यंत फलदायी भी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि यह महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय भी होता है। विशेष रूप से सोमवार के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक, पूजन, व्रत व आरती करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण भी होती हैं।

कनखल — भगवान शिव की ससुराल

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कनखल को भगवान शिव की ससुराल भी माना जाता है। यह माना जाता है कि सावन के पूरे माह भगवान शिव यहीं निवास करते हैं। दक्षेश्वर महादेव मंदिर के पुजारियों व श्रद्धालुओं का कहना है कि राजा दक्ष के आग्रह पर भगवान शिव ने उन्हें वचन दिया था कि सावन मास में वे यहीं पर वास करेंगे। इसी आस्था के साथ दुनिया के पहले शिव मंदिर माने जाने वाले दक्ष प्रजापति मंदिर में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन करने भी पहुंचते हैं।

शिवालयों में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव मंदिर, भीमगौड़ा महादेव, नीलकंठ महादेव मंदिर समेत तमाम शिवालयों में आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ भी देखने को मिली। हर कोई गंगा जल, बेलपत्र, पुष्प, दूध व भस्म अर्पित कर शिव को प्रसन्न करने में लगा है।

कैसे पहुंचे दक्ष प्रजापति मंदिर?

हरिद्वार का दक्ष प्रजापति मंदिर शहर के मध्य कनखल क्षेत्र में ही स्थित है।

  • स्थानीय स्तर पर ऑटो, रिक्शा व टैक्सी से मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
  • हरिद्वार रेलवे स्टेशन नजदीकी प्रमुख स्टेशन है।
  • हवाई मार्ग से आने वाले यात्री जौलीग्रांट एयरपोर्ट (देहरादून) से टैक्सी या बस से मंदिर तक पहुंच सकते हैं।

सुरक्षा और व्यवस्थाएं

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए हैं। पुलिस बल, वालंटियर्स व स्वास्थ्य कर्मी मंदिर परिसर और आसपास तैनात भी किए गए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाइनिंग व बैरिकेडिंग भी की गई है।