भारी भूस्खलन से बाल-बाल बचे सांसद अनिल बलूनी और विधायक विनोद कंडारी, देवप्रयाग में हुआ हादसा
देवप्रयाग, उत्तराखंड | 18 सितम्बर 2025 –
उत्तराखंड के टिहरी जिले में देवप्रयाग डिग्री कॉलेज के समीप एक बड़ा हादसा उस वक्त टल गया जब सांसद अनिल बलूनी और विधायक विनोद कंडारी का काफिला अचानक हुए भूस्खलन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया। दोनों नेता क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार, जैसे ही काफिला डिग्री कॉलेज के निकट पहुंचा, अचानक पहाड़ी से भारी मलबा गिरा, जिससे दोनों नेताओं के वाहन क्षणिक रूप से मलबे में फंस गए। गनीमत रही कि किसी को कोई चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित रहे।
हादसे के तुरंत बाद सांसद बलूनी तहसीलदार के वाहन से देवप्रयाग पहुंचे, जहां उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वह एक प्राइवेट वाहन से देहरादून के लिए रवाना हो गए। वहीं, उनके सरकारी वाहन को निकालने के लिए एनएच विभाग द्वारा मलबा हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
“उत्तराखंड को गहरे घाव दिए हैं इस बार की बारिश ने” – सांसद बलूनी
हादसे के बाद अपने सोशल मीडिया पर एक भूस्खलन का भयावह दृश्य साझा करते हुए, सांसद अनिल बलूनी ने लिखा:
“उत्तराखंड में इस वर्ष आई भीषण अतिवृष्टि और भूस्खलन ने इतने गहरे घाव दिए हैं, जिन्हें भरने में बहुत समय लगेगा।”
“मैं बाबा केदारनाथ से सभी लोगों के सुरक्षित जीवन, अच्छे स्वास्थ्य एवं खुशहाली की मंगलकामना करता हूं।”
“आपदा की इस घड़ी में सेवा में जुटे सभी अधिकारियों, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ जवानों और सड़कों से मलबा हटाने वाले कर्मचारियों के सेवाभाव को नमन करता हूं।”
प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त
गौरतलब है कि उत्तराखंड में इस वर्ष मानसून के दौरान लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलनों से कई क्षेत्रों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कों के बंद होने, बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित होने और मकानों को हुए नुकसान ने लोगों को संकट में डाल दिया है।
राज्य सरकार और प्रशासन लगातार आपदा प्रबंधन एवं राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियां राहत कार्यों को कठिन बना रही हैं।