चारधाम यात्रा पर मंडरा रहा खतरा, केंद्र ने एनडीआरएफ-आईटीबीपी की तैनाती का दिया भरोसा
गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर जानी राज्य की स्थिति, संवेदनशील क्षेत्रों में राहत एजेंसियां रहेंगी अलर्ट पर
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून के चलते बिगड़ते हालात के बीच चारधाम यात्रा को सुरक्षित व सुचारू बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर केदारनाथ समेत राज्य के हालात की जानकारी भी ली और हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया।
गृह मंत्री ने कहा कि
चारधाम यात्रा में कोई व्यवधान न हो, इसके लिए एनडीआरएफ (NDRF) व आईटीबीपी (ITBP) जैसी केंद्रीय राहत एजेंसियों को तत्परता से तैनात भी किया जा रहा है। साथ ही, राज्य के अन्य संवेदनशील जिलों में भी निगरानी रखते हुए आवश्यक सहायता उपलब्ध भी कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने केंद्र सरकार व गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र के सहयोग से यात्रा को सुरक्षित बनाए रखने में मदद भी मिलेगी।
केदारनाथ मार्ग पर मलबा गिरा, घंटों बंद रही यात्रा
आज शनिवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के छौड़ी गदेरे में पहाड़ी से भारी मलबा व बोल्डर गिरने के कारण मार्ग करीब 3 घंटे तक बंद रहा। इस दौरान यात्रियों को गौरीकुंड, भीमबली व जंगलचट्टी में रोक दिया गया। सुबह 11 बजे के बाद मार्ग को फिर से खोल दिया गया।
अन्य रूटों पर भी यात्रा बाधित
- बदरीनाथ हाईवे (चमोली): उमट्टा भूस्खलन क्षेत्र में मलबा आने से शुक्रवार सुबह 2 घंटे तक यातायात ठप।
- यमुनोत्री हाईवे: 6 दिनों से पूरी तरह बंद।
- गंगोत्री हाईवे (भटवाड़ी-पपड़गाड): 25 मीटर हिस्सा धंसा, 8 घंटे तक यातायात रुका रहा।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने बागेश्वर और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है, जबकि देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल व चमोली में येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में आज भारी बारिश की आशंका भी जताई है।
सावधानी जरूरी, प्रशासन अलर्ट मोड में
सरकार व प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम के पूर्वानुमान व प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन भी करें। संकट की स्थिति में हेल्पलाइन से सहायता भी ली जा सकती है। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए हर कदम उठाए भी जा रहे हैं।