देहरादून में बादल फटने से तबाही, 10 की मौत, कई लापता – NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
देहरादून | उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बादल फटने की भयावह घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। रविवार रात हुई मूसलधार बारिश के बाद प्रेमनगर, ठाकुरपुर, सहस्त्रधारा, मालदेवता समेत कई इलाके जलमग्न हो गए। पानी का इतना तेज बहाव था कि लोगों को जान बचाने के लिए बिजली के खंभों और पेड़ों पर चढ़ना पड़ा।
आपदा में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा तबाही प्रेमनगर के परवल क्षेत्र में देखने को मिली, जहां एक ट्रैक्टर में सवार करीब 14-15 मजदूर बह गए। अब तक 6 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि अन्य की तलाश NDRF और SDRF की टीमों द्वारा की जा रही है।
तेज बारिश और बाढ़ के कारण पटेलनगर, ठाकुरपुर, सहस्त्रधारा और नया गांव इलाकों में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। कई घरों में कीचड़ और मलबा भर गया, जिससे लोगों का दैनिक जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। जखन नदी का पुल, देहरादून-हरिद्वार हाईवे और मसूरी-देहरादून मार्ग पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया है।
हालात को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल को तुरंत राहत और बचाव कार्य में लगाया गया। कई लोगों को जलभराव वाले क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला गया। राहत शिविरों में प्रभावितों को अस्थायी रूप से ठहराया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रभावित इलाकों का दौरा किया और कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर हालात की जानकारी ली है और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
 
			