आपदा प्रभावित जिलों का मुख्यमंत्री धामी करेंगे निरीक्षण, राहत व पुनर्वास कार्यों की प्रगति पर सख्त नजर

देहरादून, 12 सितंबर 2025
राज्य में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनज़र, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कैबिनेट मंत्रियों की एक टीम जल्द ही राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर आपदा से हुए नुकसान का प्रत्यक्ष निरीक्षण करेगी। मुख्यमंत्री स्वयं आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा करेंगे।

कैबिनेट बैठक में हुआ निर्णय

यह निर्णय बुधवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री धामी ने की। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि:

आपदा प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों को और प्रभावी एवं त्वरित बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वित प्रयास करने होंगे।

निरीक्षण का उद्देश्य:

  • राहत और पुनर्वास कार्यों की प्रगति की निगरानी

  • संपत्ति और बुनियादी ढांचे के नुकसान का व्यापक मूल्यांकन

  • आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करना

  • प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता पहुँचाना

  • राज्य की आगामी आपदा प्रबंधन नीति को मजबूत बनाना

मुख्यमंत्री का बयान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा:

“हम केवल कागजी रिपोर्टों पर भरोसा नहीं कर सकते। ज़मीनी हकीकत को समझना और उस पर कार्य करना हमारी प्राथमिकता है। राज्य सरकार सभी प्रभावित नागरिकों के साथ खड़ी है। पुनर्वास और राहत कार्यों में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।”

प्रभावित क्षेत्रों में ये होंगी प्राथमिकताएं

  1. प्राथमिक आवश्यकताओं की त्वरित पूर्ति (राशन, पेयजल, दवाइयां)

  2. स्थायी और अस्थायी पुनर्वास योजनाओं की समीक्षा

  3. क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों, स्कूलों और अस्पतालों की मरम्मत में तेजी

  4. प्राकृतिक आपदा से सबक लेकर दीर्घकालीन रणनीति बनाना

पृष्ठभूमि: क्यों ज़रूरी है यह दौरा?

हाल के हफ्तों में उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश, भूस्खलन और सड़कें बंद होने की घटनाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई नेशनल हाईवे और राज्य मार्ग बंद, गांव कटे, और बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित हुई है।