भारी बारिश से तबाही: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में कहर, 4 की मौत, 400 सड़कें बंद

देहरादून: पश्चिमी हिमालयी राज्यों—जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड—में लगातार हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही ही मचा दी है। अलग-अलग हादसों में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि सैकड़ों सड़कें भी बंद हो गई हैं और हजारों लोग सफर में ही फंस गए हैं। हिमाचल में रेड अलर्ट के चलते कई जिलों में स्कूलों को भी बंद करना पड़ा है।

हिमाचल में बादल फटा, नवविवाहित जोड़े की मौत

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के चुराह क्षेत्र के नेरा गांव में बादल फटने की घटना भी सामने आई है। मैहला में पहाड़ी से गिरी चट्टान एक घर पर ही जा गिरी, जिससे घर में सो रहे नवविवाहित जोड़े की मौत भी हो गई। किन्नौर जिले में टोंगटोंगचे नाले में बाढ़ आ गई, जिससे हालात और भी बिगड़ गए हैं। वहीं, खराब मौसम के कारण किन्नौर कैलाश यात्रा को भी एक दिन के लिए स्थगित भी कर दिया गया है।

प्रदेश में सतलुज सहित सभी प्रमुख नदियां भी उफान पर हैं। शिमला, कुल्लू व कांगड़ा के एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें सोमवार को रद्द भी कर दी गईं।

मंडी में हालात बेकाबू, सड़कों से संपर्क कटा

मंडी जिले के सराज क्षेत्र में हालात और भी गंभीर हो गए हैं। थुनाग, लंबाथाच व जरोल में नाले उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। भारी बारिश के कारण मंडी-कुल्लू, मंडी-पठानकोट व शिलाई-पांवटा साहिब नेशनल हाईवे समेत 398 सड़क मार्ग भी बंद हो गए हैं।

इसके साथ ही राज्य में 682 बिजली ट्रांसफार्मर व 151 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। कई जगह 250 से अधिक बसें फंसी हुई हैं, जबकि शिमला शहर में जगह-जगह पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर कई स्थानों पर पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिरने से आवाजाही भी बाधित है।

उत्तराखंड: धारचूला मार्ग बंद, स्कार्पियो बही

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भी हालात चिंताजनक हैं। पीपली क्षेत्र के ड्योड़ा में बकरियां चराने गए सोबन सिंह (35) की काली नदी में बहने से मौत ही हो गई। धारचूला-तवाघाट-लिपुलेख मार्ग, जो चीन सीमा से जोड़ता है, भूस्खलन के कारण पूरी तरह से बंद हो गया है।

चोरगलिया के शेरनाले में उफनते पानी में 10 लोगों से भरी एक स्कॉर्पियो बह गई, हालांकि स्थानीय लोगों की सूझबूझ से सभी को सुरक्षित निकाल भी लिया गया।

जम्मू-कश्मीर: पुंछ में भूस्खलन, स्कूली छात्र की मौत

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के बैंछ कलसां गांव में भूस्खलन से एक प्राथमिक विद्यालय इसकी चपेट में ही आ गया। हादसे में एक स्कूली बच्चे की भी मौत हो गई, जबकि 4 अन्य छात्र और 1 शिक्षक भी घायल हो गए। इधर, चंडीगढ़, लुधियाना, पठानकोट, पटियाला, मोहाली समेत पंजाब के कई हिस्सों में भी भारी बारिश से जनजीवन भी प्रभावित हुआ है।

चीन सीमा से जोड़ने वाला मलारी हाईवे भी क्षतिग्रस्त

उत्तराखंड में मलारी हाईवे पर भापकुंड के पास भारी भूस्खलन से सड़क का करीब 10 मीटर हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त ही हो गया है। यह मार्ग चीन सीमा क्षेत्र और सेना के लिए रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम भी है। सड़क बंद होने से सेना, आईटीबीपी व स्थानीय लोगों की आवाजाही भी ठप हो गई है। साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहुंचे कर्मी भी वही फंसे हुए हैं।

ज्योतिर्मठ के उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि मार्ग को खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है और जल्द ही हाईवे बहाल भी कर दिया जाएगा।