प्रदेश में गोला नदी पर 3808 करोड़ की लागत से बनने वाले जमरानी बांध को अब वित्तीय प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई है।

प्रदेश में गोला नदी पर 3808 करोड़ की लागत से बनने वाले जमरानी बांध को अब वित्तीय प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई है। कैबिनेट में इसके प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। परियोजना के बनने से उत्तराखंड के साथ ही उत्तरप्रदेश के कई जिलों में सिंचाई व बिजली की आपूर्ति भी की जाएगी।

 

कैबिनेट में आए प्रस्ताव में कहा गया कि नैनीताल जिले में काठगोदाम से 10 किलोमीटर की दूर अपस्ट्रीम में गोला नदी पर जमरानी बांध का निर्माण प्रस्तावित भी है। 150.6 मीटर की ऊंचाई के इस बांध के निर्माण से उत्तराखंड के 9458 हेक्टेयर और उत्तरप्रदेश के 47607 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई की सुविधा भी मिलेगी।

 

बांध निर्माण से हल्द्वानी-काठगोदाम के सभी वार्डों में 117 एमएलडी गुरुत्वीय व्यवस्था से पेयजल की आपूर्ति भी होगी। जिससे इस क्षेत्र में पेयजल समस्या की समस्या दूर होगी और लोगों की नलकूपों पर निर्भरता भी कम होगी।

 

प्रस्ताव में कहा गया है कि साल 2023 मूल्य स्तर पर परियोजना की नियोजन विभाग की टीएसी ने कुल पुनरीक्षित लागत 3808.16 करोड़ रुपये तय की है। इसमें से 1557.18 करोड़ रुपये जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से भी दिए जाएंगे। जबकि अवशेष धनराशि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मध्य हस्ताक्षरित एमओयू में निर्धारित व्यवस्था के अनुसार ही वहन की जाएगी।