Uttarakhand News : कई विद्यालयों में मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों को प्रभारी प्रधानाचार्य का प्रभार दे दिया है।

लंबित मांगों के लिए आंदोलनरत शिक्षकों के प्रभारी प्रधानाचार्य का प्रभार छोड़ने के बाद विभाग ने कई विद्यालयों में मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों को प्रभारी प्रधानाचार्य का प्रभार दे दिया है। राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने कहा, शिक्षकों का वेतन निकालने के लिए विभाग ने यह व्यवस्था की है। जबकि मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संगठन का कहना है, कर्मचारी यह प्रभार बेहतर तरीके से देख सकते हैं।

प्रधानाचार्य के शत-प्रतिशत पदों को पदोन्नति से भरने और यात्रा अवकाश बहाल करने सहित 35 सूत्री मांगों पर अमल न होने से नाराज सरकारी विद्यालयों के शिक्षक पिछले काफी समय से आंदोलनरत हैं। शिक्षकों का कहना है कि शिक्षामंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई मांगों पर सहमति के बाद भी उन पर अमल नहीं हुआ। यही वजह है कि उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा है। पिछले दिनों धरना, प्रदर्शन के बाद शिक्षकों ने 17 नवंबर से प्रभारी प्रधानाचार्य का प्रभार छोड़ दिया है। जिसके बाद विभाग ने कई विद्यालयों में प्रधान सहायक, कनिष्ठ और वरिष्ठ सहायकों को प्रभारी प्रधानाचार्य का प्रभार दे दिया है। पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक में प्रधान सहायक हर्ष कुमार को राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज धुमाकोट, हेमंत यादव को जीआईसी शंकरपुर, ममता पंत को जीआईसी कोचियार, कनिष्ठ सहायक दिगम्बर प्रसाद को पटोटिया और रोहित सिंह को सिरेरीखाल का प्रभार दिया गया है। इस ब्लॉक में 16 कर्मचारियों को प्रभार देते हुए कहा गया है कि यह व्यवस्था अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी। इसके अलावा इसी जिले के द्वारीखाल ब्लॉक में 18 कर्मचारियों को कार्यवाहक संस्थाध्यक्ष नामित किया गया है।

पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल ऑफिसर्स एसोसिएशन, रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा जिन मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों को प्रभारी प्रधानाचार्य का प्रभार दिया गया है, वे इसे ठीक से संभाल सकते हैं।

राजकीय शिक्षक संघ, प्रांतीय अध्यक्ष, राम सिंह चौहान का कहना है विद्यालयों में शिक्षकों का वेतन निकालने के लिए यह व्यवस्था की गई है। शिक्षा महानिदेशक ने आज बैठक बुलाई हैं। बैठक में शिक्षकों की कुछ मांगों पर अमल हो सकता है।