शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर उनके घर भनियाववाला पहुंचते ही परिजन बिलख पड़े, श्रद्धांजलि देने उमड़े सैकड़ों लोग और मंत्री
शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर उनके घर भनियाववाला पर पहुंचते ही परिजन बिलख पड़े। इस दौरान सैकड़ों लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला सहित ग्रामीणों ने नम आंखों से दी शहीद मेजर प्रणय नेगी को श्रद्धांजलि।
शहीद मेजर प्रणय नेगी का पार्थिव शरीर आज गुरुवार को हरिद्वार ले जाया गया। देहरादून जिले के भानियावाला के संगतियावाला गांव निवासी मेजर लेह में हाई एटीट्यूड पर ड्यूटी के दौरान ही शहीद हो गए थे। मेजर के शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में भी कोहराम मच गया।
18 आर्टिलरी बटालियन में तैनात सुदर्शन नेगी के बेटे मेजर प्रणव नेगी (36) लेह में ड्यूटी पर तैनात थे। बीते मंगलवार सुबह सेना मुख्यालय से मेजर प्रणव के परिजनों को सूचना मिली कि स्वास्थ्य खराब होने से मेजर शहीद हो गए हैं।
मेजर के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में भी कोहराम मच गया। मेजर के रिश्तेदारों व आसपास के लोगों ने शहीद मेजर के घर जाकर परिजनों को सांत्वना भी दी।
शहीद मेजर तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। 3 वर्ष पहले ही मेजर की शादी हुई थी। उनका डेढ़ वर्ष का एक बेटा है। चाचा नरेंद्र नेगी के मुताबिक, लेह में हाई एटीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी से ही स्वास्थ्य बिगड़ने पर मेजर शहीद हो गए थे।
प्रणव नेगी वर्ष 2013 में आईएमए से पासआउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बने थे। वो मूल रूप से थाती डांगर गांव कीर्तिनगर टिहरी के ही रहने वाले थे।
मेजर प्रणव के दादा भी फौज में ही थे, जबकि पिता ने होटल लाइन में नौकरी कर तीनों बच्चों को मसूरी के प्रतिष्ठित स्कूलों से शिक्षा भी दिलाई।
मेजर प्रणय नेगी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित करते मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल।