बीजेपी ने विस उपचुनाव के लिए बदरीनाथ, मंगलौर के प्रभारी बनाए, निकाय चुनाव की भी है तैयारी
बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों का अभी चुनावी इम्तिहान खत्म नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव का मतदान निपटने के बाद अब उनके सामने विधानसभा की दो खाली सीटों पर होने वाले उपचुनाव की चुनौती भी है। इसके साथ-साथ उन्हें निकाय चुनाव की तैयारी करनी है।
बीजेपी ने इन दोनों ही चुनाव के लिए कमर भी कस ली है। पार्टी ने बदरीनाथ व मंगलौर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रभारी भी बना दिए हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बीते सोमवार को प्रभारियों की घोषणा भी की। कहा, बदरीनाथ विस सीट के लिए विजय कप्रवाण व मंगलौर विस सीट के लिए अजीत चौधरी को प्रभारी बनाया गया है। दोनों चुनाव प्रभारी अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में संगठन के नेताओं से समन्वय बनाकर चुनावी रणनीति को भी अंजाम देंगे।
बदरीनाथ सीट विधायक राजेंद्र भंडारी के त्यागपत्र देने से खाली भी हुई है। भंडारी ने बीजेपी की सदस्यता लेने से पहले विधायक पद से इस्तीफा भी दे दिया था। सीट पर उन्हें ही उम्मीदवार बनाया जाना भी तय माना जा रहा है। मंगलौर सीट पर बसपा के सरबत करीम अंसारी भी विधायक थे। अंसारी के असामयिक निधन से यह सीट भी खाली हो गई। यह सीट करीब 6 महीने से खाली है। दोनों सीटों पर चुनाव आयोग कभी भी उपचुनाव की घोषणा भी कर सकता है।
उपचुनाव के साथ ही बीजेपी-कांग्रेस के सामने निकाय चुनाव की चुनौती है। सरकार कोर्ट में हलफनामा भी दे चुकी है कि वह तय समय पर निकाय चुनाव कराने के लिए भी तैयार है। अभी निकायों की कमान प्रशासकों के हाथों में ही हैं। उनका कार्यकाल 2 जून को समाप्त हो रहा है। इस लिहाज से निकाय चुनाव दरवाजे पर दस्तक दे रहे, लेकिन दोनों ही राजनीतिक दल जिस तरह निकाय चुनाव की मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर मोर्चा भी खोल चुके हैं, उससे चुनाव ओर भी आगे खिसकने के आसार बन रहे हैं।