
रुड़की: 210 नागरिकों को विदेशों में गाड़ियां चलाने का मिला मौका, जारी किए गए अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट
आईडीपी से विदेश में ड्राइविंग के सपने पूरे कर रहे रुड़कीवासी, पिछले चार साल में 210 परमिट जारी
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) से जारी अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (आईडीपी) के माध्यम से शहर व आसपास रहने वाले भारतीयों ने एशिया के विभिन्न देशों में गाड़ियों का स्टेयरिंग थामकर अपने सपने साकार किए हैं। कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पिछले 4 वर्षों में 210 युवाओं को यह परमिट जारी किया गया है।
काम की तलाश में विदेश जाने वाले युवा
बहरीन, मलयेशिया, कुवैत, अजरबैजान, लेबनान, मालदीव व अन्य देशों में बड़ी संख्या में युवा रोजगार की तलाश में जाते हैं। इन देशों में ड्राइवर के लिए नौकरियों की भारी मांग भी है, जिससे स्थानीय युवा ड्राइविंग के जरिए इन देशों में काम करने के इच्छुक भी हैं।
आईडीपी के लिए क्या करना होता है आवेदन
आईडीपी प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार को वीजा व परमिट के लिए आवेदन करना पड़ता है। एआरटीओ (प्रशासन) एल्विन रॉक्सी ने बताया कि 2021 से अब तक 210 रुड़कीवासियों को अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट जारी भी किया जा चुका है। यह परमिट उन लोगों को दिया जाता है जिनके पास स्थानीय वाहन लाइसेंस है।
आईडीपी क्या है?
अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (आईडीपी) एक ऐसा दस्तावेज है जो विदेश में वाहन चलाने की अनुमति प्रदान करता है। यह यह प्रमाणित करता है कि आपके पास अपने देश का वैध वाहन लाइसेंस है। आईडीपी के माध्यम से आप विदेश में कार या बाइक चलाने के लिए योग्य भी हो जाते हैं।
आईडीपी के लिए आवश्यक दस्तावेज़
आईडीपी के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में वीजा, पासपोर्ट व टिकट की प्रतिलिपि सहित आवेदन फॉर्म जमा करना अनिवार्य है।
आरटीओ से जारी किए गए आईडीपी पर एक नजर:
- 2021: 18
- 2022: 53
- 2023: 77
- 2024: 55
- 2025: 07
नोट: ये आंकड़े क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से ही प्राप्त किए गए हैं।