उत्तरकाशी में बारिश का कहर: घरों में घुसा पानी, 51 सड़कें बंद, लोग रातभर सहमे रहे

उत्तरकाशी: जिले में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। गंगोत्री–यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग समेत जिले की 51 लिंक सड़कें फिलहाल बंद ही हैं। मंगलवार रात हुई तेज बारिश से नदियों-नालों का जलस्तर अचानक ही बढ़ गया, जिसका सबसे ज्यादा असर मातली कस्बे में देखने को भी मिला। यहां कई घरों और होटलों के अंदर पानी व मलबा घुस गया। हालात ऐसे बने कि लोग बच्चों को लेकर घर छोड़ने को ही मजबूर हो गए और पूरी रात जागकर ही गुजारी।

मातली में बारिश का पानी व मलबा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गया, जिससे हाईवे घंटों तक बाधित भी रहा और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें भी लग गईं। सुबह पानी का बहाव कम हुआ तो लोगों ने घरों में लौटकर देखा—घर का सारा का सारा सामान पानी में डूबकर बर्बाद हो चुका था। दुकानों व होटलों में भी भारी नुकसान हुआ।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना की जानकारी रात में कई बार प्रशासन को भी दी गई, लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर ही नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कड़ी नाराजगी भी जताई।

आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसाईं ने बताया कि

मातली में गदेरा उफान पर आया था, जिसके चलते लोगों के घरों में पानी भी घुस गया। फिलहाल हाईवे खोल दिया गया है और जल्द ही गदेरे का ट्रीटमेंट भी किया जाएगा।

गौरतलब है कि 5 अगस्त को उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण आपदा ने लोगों के दिलों में डर भी बैठा दिया है। इस आपदा में कई होटल, दुकानें व मकान बह गए थे, जबकि 65 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें 9 आर्मी के जवान व 24 नेपाली नागरिक भी शामिल हैं। धराली बाजार मलबे में तब्दील हो चुका है और सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।