बच्चों के लिए भिक्षा नही, शिक्षा के मंत्र पर आगे बढ रहा देहरादून जिला प्रशासन

भिक्षावृत्ति मुक्त उत्तराखण्ड के संकल्प को साकार कर रहा देहरादून जिला प्रशासन

देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य के भिक्षावृत्तिमुक्त अभियान को आगे बढ़ाते हुए, देहरादून जिला प्रशासन बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशन में, जनपद में भिक्षावृत्ति और कूड़ा बीनने वाले बच्चों की लगातार कार्रवाई की जा रही है।

हाल ही में, देहरादून के केशव पूरीबस्ती डोईवाला और लक्ष्मण सिद्ध मंदिर से भिक्षावृत्ति कर रहे दो बालकों और एक बालिका को रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू टीम द्वारा बच्चों का जीडी और मेडिकल कराया गया, और उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बालिका को राजकीय शिशु सदन भेजा गया, जबकि दोनों बालकों को समर्पण (खुला आश्रय) में रखा गया।

सितंबर 2024 से अब तक लगभग 200 बच्चों को भिक्षावृत्ति से रेस्क्यू किया गया है। इसके लिए एक डेडिकेटेड वाहन शहरभर में पेट्रोलिंग कर बच्चों को रेस्क्यू कर रहा है। चौराहों पर 12 होमगार्ड भी इस अभियान में जुटे हुए हैं।

रेस्क्यू किए गए बच्चों को आधुनिक इंटेंसिव केयर शैल्टर में मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जा रहा है, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में जुड़कर एक बेहतर भविष्य बना सकें।