Chandrayaan-3 Landing: चंद्रयान-3 की सफलता के लिए वाराणसी के हनुमान मंदिर में पूजा के खास इंतजाम।

भारत के चंद्रयान-3 की सफलता पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई है। जिसे लेकर अब भारत में पूजापाठ का भी दौर शुरू हो गया है। वाराणसी में भी विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है।

भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के लिए अब तैयार है। भारत के चंद्रयान- 3 की सबसे खास बात है कि ये चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा, जहां पर आज तक कोई अन्य देश नहीं जा पाया है। ऐसे में इसे लेकर देश ही नही बल्कि पूरी दुनिया की उत्सुकता भी बढ़ी हुई है। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए वाराणसी में श्री मंसापूरण हनुमान मंदिर प्रांगण में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। मिशन की सफलता के लिए हनुमान जी से विशेष प्रार्थना की जाएगी। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में हनुमान भक्तो के पहुंचने का अनुमान हैं।

 

23 अगस्त, बुधवार की शाम ISRO इसकी सॉफ्ट लैंडिंग कराएगा। जिस पर पूरे देश और दुनिया का नजरें टिकी है। चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर अब देश में पूजापाठ का दौर शुरू हो गया है। चंद्रयान-3 की सफलता के लिए धर्मनगरी वाराणसी के हनुमान मंदिर में पूजा पाठ का विशेष इंतजाम किये जा रहे है। इसके लिए बुधवार सुबह 8 बजे से हनुमान जी के मन्दिर में विशेष प्रार्थना शुरु की जायेगी।

 

भारत के चंद्रयान- 3 की सफलता पर पूरी दुनिया नजरें टिकी है। 23 अगस्त की शाम साढ़े पांच बजे के बाद से साढ़े छह बजे के बीच चंद्रयान- 3 का लैंडर किसी भी वक्त चांद की सतह पर उतर सकता हैं। ये लैंडर ऑटोमैटिक है। ऐसे में चांद की सतह पर पहले वो खुद जगह खोजेगा और फिर लैंड करेगा।

 

वैज्ञानिक मानते हैं कि चंद्रमा पर कई इतने गहरे गड्ढे भी हैं, जहां अरबों वर्षों से सूरज की रोशनी नहीं पहुंची है। इन क्षेत्रों में तापमान माइनस 248 डिग्री सेल्सियस (-414 फारेनहाइट) तक गिर जाता है। नासा के मुताबिक, चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव रहस्य, विज्ञान और उत्सुकता से भरा है। देश दुनिया की नजरे अब कल कि लैंडिंग पर टिकी हैं।