नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा, बजट सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में हो या देहरादून में, यह प्रदेश सरकार को ही तय करना है।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा, बजट सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में हो या देहरादून में, यह प्रदेश सरकार को ही तय करना है। अभी तक बजट सत्र आहूत करने के बारे में भी विपक्ष के साथ प्रदेश सरकार ने कोई चर्चा ही नहीं की है।

 

बीते रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बातचीत में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा, इसी महीने के अंत तक बजट सत्र कराने की चर्चा चल रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने बजट सत्र की तिथि तय ही नहीं की है। बजट सत्र के लिए समय भी कम है। कहा, बजट सत्र कहां कराया जाए, यह सरकार को ही तय करना है।

 

लेकिन, बर्फबारी और बारिश को देखते हुए सत्ता और विपक्ष के विधायकों ने भी देहरादून में ही सत्र आहूत करने की इच्छा जताई है, लेकिन अभी तक इस विषय पर सरकार ने विपक्ष के साथ कोई बातचीत ही नहीं की है। कहा, बजट सत्र के लिए विधायकों को अपने प्रश्न भेजने के लिए पर्याप्त समय भी मिलना चाहिए, जिससे पक्ष-विपक्ष के विधायक सदन में अपने क्षेत्र के मुद्दों को भी उठा सके।

 

कहा, इसके लिए सत्र की अवधि भी बढ़ाई जानी चाहिए। 2-3 दिन सत्र बुलाकर बजट पास कराना सरकार का मकसद ही नहीं होना चाहिए। आर्य ने कहा, कार्यमंत्रणा समिति से उनके साथ पार्टी के विधायक प्रीतम सिंह ने इस्तीफा भी दिया है। आगामी सत्र में कार्यमंत्रणा की बैठक में शामिल भी नहीं होंगे। सरकार कार्य संचालन नियमावली को ताक पर रखकर संख्या बल पर सदन को चलाना भी चाहती है।