कल शनिवार को पूरे हो जाएंगे धामी सरकार के 2 वर्ष, मुख्यमंत्री-मंत्री और सांसद करेंगे उपलब्धियों का बखान

प्रदेश की धामी सरकार को कल यानी शनिवार को दो वर्ष पूरे हो जाएंगे। दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर बीजेपी ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के प्रचार के लिए सभी 19 सांगठनिक जिलों में प्रेस वार्ताएं व गोष्ठियां करने का फैसला भी किया है।

 

सीएम पुष्कर सिंह धामी व उनकी सरकार के सभी मंत्री, पूर्व सीएम और सांसद ये प्रेस वार्ताएं करेंगे। पार्टी ने जिला मुख्यालयों पर होने वाले इन कार्यक्रमों में शामिल होने वाले इन सभी नेताओं की सूची भी जारी कर दी है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के मुताबिक, सीएम पुष्कर सिंह देहरादून महानगर में प्रेस वार्ता भी करेंगे, जबकि देहरादून ग्रामीण के कार्यक्रम में सांसद माला राज्यलक्ष्मी को भी शामिल होना है।

 

इनके अलावा कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल उत्तरकाशी में प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

गणेश जोशी चमोली में प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

सतपाल महाराज रुद्रप्रयाग में प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

सुबोध उनियाल टिहरी में प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

पौड़ी गढ़वाल में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

रेखा आर्य अल्मोड़ा में प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

सौरभ बहुगुणा ऊधम सिंह नगर में कार्यक्रमों को संबोधित करेंगे।

ऋषिकेश में सांसद नरेश बंसल प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

हरिद्वार में पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के प्रेस वार्ता व गोष्ठियां करेंगे।

 

रुड़की में हरिद्वार सीट के प्रत्याशी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की जनसभा भी होगी। इनके अलावा पिथौरागढ़ में अजय टम्टा, कोटद्वार में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, बागेश्वर में प्रदेश महामंत्री खिलेंद्र चौधरी, रानीखेत में राजेंद्र बिष्ट, चंपावत में सुरेश जोशी, नैनीताल में सांसद अजय भट्ट और काशीपुर में बंशीधर भगत प्रेस वार्ताएं करेंगे।

 

इन कार्यक्रमों में लोस प्रभारी, सह प्रभारी, लोस संयोजक और सह संयोजक, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और वरिष्ठ पदाधिकारी अनिवार्य रूप से शामिल भी होंगे। गोष्ठी में समाज के सभी वर्गों के व्यक्तियों को शामिल कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। सभी जिलाध्यक्षों और प्रमुख पदाधिकारियों को ताकीद किया गया कि वे मुख्य वक्ताओं से समन्वय स्थापित कर प्रेस वार्ताएं व गोष्ठियां आयोजित करें।