रजिस्ट्रार ऑफिस के अभिलेखों में धोखाधडी कर करोडो रू0 की जमीनों की खरीद फरोख्त करने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के 03 सदस्यों को कोतवाली नगर व एसओजी की संयुक्त टीम ने किया गिरफ्तार।
आपॅरेशन प्रहार के अन्तर्गत दून पुलिस की बडी कार्यवाही
दिनांक 15.07.2023 को वादी संदीप सहायक महानिरीक्षक निबंधन देहरादून निवासी ग्रीन न्यू कालोनी बलवीर रोड देहरादून व जिलाधिकारी द्वारा 03 गठित समिति की जांच रिपोर्ट बाबत अज्ञात अभियुक्तगणों की मिलीभगत से धोखाधडी की नियत से आपराधिक षडयन्त्र रचकर उप निबंधक कार्यालय प्रथम/ द्दितीय जनपद देहरादून में भिन्न –भिन्न भूमि विक्रय विलेख से सम्बन्धित धारित जिल्दो के साथ छेडछाड कर अभिलेखो की कूटरचना करना के सम्बन्ध में दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून पर भादवि बनाम अज्ञात अभियुक्तगण पंजीकृत किया गया। पुलिस उमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा उपरोक्त प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अपराध सर्वेश कुमार की अध्यक्षता में एस0आई0टी0 टीम का गठन किया गया टीम द्वारा रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी करते हुए रिंग रोड से सम्बन्धित 50 से अधिक रजिस्ट्रियों का अध्ययन कर सभी लोगों से पूछताछ की तथा पूछताछ में कुछ प्रोप्रटी डीलर के नाम प्रकाश में आये जिनसे गहन पूछताछ में उक्त फर्जीवाडे में वकील का नाम प्रमुखता से आया साथ ही फर्जी रजिस्ट्री करने वाले का नाम भी प्रकाश में आये है। इन लोगो द्वारा बनाये गये दस्तावेजों को रजिस्ट्रार कार्यालय से प्राप्त करने पर कई फर्जीवाडे का होना पाया गया । साथ ही इनके कई बैंक एकाउण्टों में करोडो रूपयो का लेन देन होना पाया गया। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश मे आये अभियुक्तगणो के सम्भावित ठाकानों पर दबिश दी गयी तो सभी लोग पूर्व से फरार होना पाये गये। एसआईटी टीम द्वारा रात दिन कडी महनत व अथक प्रयासों से मुखबिरों की सहायता से आज दि0 12.08.2023 को अभि0 सन्तोष उम्र 49 वर्ष निवासी ग्राम आमगुरी थाना बिजनी जनपद चिंरांज बी0 टी0 ए0 डी0 आसाम और दीप उम्र 42 वर्ष निवासी चाल खोवा हाल निवास डिब्रूगढ आसाम को शिमला पाईपास से गिरफ्तार किया जिनसे पूछताछ में रजिस्ट्रार कार्यालय में नियुक्त 1 व्यक्ति व अन्य लोगो का नाम प्रकाश मे आया। और पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर अभि0 को बन्नू स्कूल के पास रेसकोर्स से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ का विवरण– अभि0 सन्तोष व दीपचन्द निवासी ग्राम डिबरूगढ आसाम ने पूछताछ में बताया कि उनका लकडी व कोयला का काम था जिसके सिलसिले में मैं अकसर सहारनपुर 1 व्यक्ति के पास आते जाते थे। वर्ष 2019 में उनकी मुलाकात उस व्यक्ति के माध्यम से वकील से हुई जिसने उन्हें देहरादून आने के लिए बोला था जिस पर वह देहरादून में वकील से मिले जिसने उन्हे बताया कि देहरादून में कई जमीने कई वर्षों से बीना वारिस के लावारिस पडी है। उनमें से कुछ जमीन वह उनके नाम करा सकता है जिसमें उन्हे लाखों करोडो का फायदा होगा इसके बाद वकील ने उन्हें कुछ जमीनों के कागजात दिखायें और उन्होंने कुछ जमीन उनके नाम पर कागज बनाये। वकील ने अपनी गारण्टी ली कि वह हमें कभी फंसने नहीं देगा फिर वकील ने एक रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारी से मिलवाया जिसने भी मुझे पूर्ण आश्वासन दिया हम पैसों के लालच में इनकी बातों में आ गये इसके बाद वकील ने मुझसे मेरे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड औऱ मेरे माता –पिता का डैथ सार्टिफिकेट मंगवाया फिर वकील ने हमारे नाम से रिंग रोड की जमीन के कागज बनवाये इन कागजों को बनवाने में 1 अन्य वकील भी इस वकील के साथ मिला है। इन लोगो ने महन्त इन्द्रिश हॉस्पिटल के आस-पास मुझे एक कमरा किराये पर दिलाया इन लोगों ने मुझे बताया था कि जो भी बात करेंगे वो हम ही करेंगे तुम कुछ नही बोलोगे। इन लोगो ने मेरे दो खाते कोटक महिन्द्रा व एक्सिस बैंक में खुलवाये जिसके चैक बुक पर हमारे साईन कराकर वकील ने अपने पास रख लिये थे। जब रिंग रोड की जमीन कागजों में हमारे नाम हो गयी इसके बाद ये लोग राजपुर रोड में जमीन का सौदा करने के लिये हमें ले गये ,जहां पर वकील का साथी भी था इन लोगों ने 3 प्रोपर्टी डीलर से जमीन का सौदा करवाया जिसमें 25-30 लाख रूपये नकद लिए और कुछ चैकों से रकम वकील ने लिये इसके बाद वर्ष 2021-22 में इन लोगो ने विभिन्न लोगों से मेरे से रजिस्ट्री करवायी ब्लैक के सारे पैसे वकील ही रखता था और जो रजिस्ट्री के रूपये चैको के माध्यम से मेरे एकाउण्ट में आते थे वह भी पूरे पूरे वकील ही निकाल लेता था। इन लोगों ने मुझे करीब 25-30 लाख रूपये नकद दिये थे । वकील और उसका साथी की रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में नियुक्त युवक से अच्छी बातचीत थी और इन लोगों ने जमीन सम्बन्धी जो भी कागजात बनाये और रजिस्ट्रार कार्यालय मे लगाये व सभी रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में नियुक्त युवक के साथ मिलकर किये थे इनके साथ और कई लोग भी उठते बैठते थे जिनकों मैं नाम से नही जानता हूं।