उत्तराखंड के सेब किसानों का सरकार पर आरोप, मिशन एप्पल की सब्सिडी न मिलने पर 27 अक्टूबर से आंदोलन की चेतावनी

देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों के सेब किसान सरकार पर नाराज ही हैं। किसानों का आरोप है कि मिशन एप्पल योजना के तहत वायदे के अनुसार सब्सिडी का भुगतान ही नहीं किया गया। संगठन के अनुसार, युवा किसान भी शहरों की नौकरियां छोड़कर पहाड़ लौट रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें सरकार की ओर से सहायता राशि ही नहीं मिली है। किसानों ने चेतावनी दी है कि 27 अक्टूबर से देहरादून में आंदोलन भी किया जाएगा।

पर्वतीय कृषक कृषि बागवानी व उद्यमी संगठन ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020 से 2025 तक मिशन एप्पल योजना के तहत किसानों ने अपने-अपने इलाकों में बगीचे लगाए, लेकिन आज तक शेष 80% अनुदान ही नहीं दिया गया। संगठन ने इसे गरीब किसानों के साथ सरकारी ठगी भी करार दिया। किसानों ने योजना के दौरान 20% कृषक अंश जमा ही किया था, लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी बाकी राशि ही नहीं मिली।

संगठन के अध्यक्ष बीरबान सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में नियम अन्य राज्यों से अलग हैं, जिससे पहाड़ों से पलायन भी बढ़ रहा है। मौसम की अनुकूलता में किसानों ने बागवानी के क्षेत्र में माहौल तैयार किया, लेकिन भुगतान न मिलने के कारण अब वे बागवानी में आगे नहीं बढ़ना चाहते। उन्होंने बताया कि किसानों ने 1.2 लाख से लेकर 12 लाख रुपये तक खर्च कर बगीचे स्थापित भी किए, ज्यादातर कर्ज लेकर या सेवा प्रदाताओं की मदद से।

पौड़ी जिले के बिरोंखाल ब्लॉक के किसान व संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक ढौंडियाल ने कहा कि विभागीय मंत्री और कृषि सचिव केवल आश्वासन भी दे रहे हैं। अधिकारी मामले को सीबीआई जांच के नाम पर टाल रहे हैं, जबकि यह मिशन एप्पल से संबंधित ही नहीं है।

किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि लंबित धनराशि का शीघ्र भुगतान नहीं किया गया तो 27 अक्टूबर से भारी संख्या में किसान देहरादून में आंदोलन भी करेंगे।