Uttarakhand: गंगा पूजन के साथ शुरु हुई स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की शीतकालीन चारधाम यात्रा।
आदिगुरु शंकराचार्य परंपरा के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब ज्योतिषपीठ के आचार्य चारधामों के पूजा स्थलों की शीतकालीन तीर्थ यात्रा कर रहे हैं।
ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने बुधवार से उत्तराखंड के चारधामों की शीतकालीन चारधाम तीर्थ यात्रा की शुरुआत कर दी है। बुधवार सुबह हरिद्वार में गंगा पूजन के साथ यह यात्रा शुरू की गई। यात्रा का समापन भी तीन जनवरी 24 को हरिद्वार में ही होगा।
यात्रा के दौरान बड़कोट नगर क्षेत्र में उनका अभिनंदन व भव्य स्वागत किया जाएगा। वहा वे मां यमुना के शीतकालीन पूजा स्थल खरसाली मे पहुंचेंगे। और इसके साथ ही सायंकाल की पूजा और आरती में भी शामिल होंगे। फिर इसके अगले दिन ही गुरुवार को शंकराचार्य उत्तरकाशी के लिए प्रस्थान करेंगे। यह यात्रा शंकराचार्य द्वारा 2500 वर्ष पूर्व स्थापित परंपराओं का निर्वहन करते हुए ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य कर रहे हैं।
आदिगुरु शंकराचार्य परंपरा के इतिहास में यह पहला बार हो रहा है जब ज्योतिषपीठ के आचार्य चारधामों की तीर्थ यात्रा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शंकराचार्य की इस यात्रा को ऐतिहासिक बताया और कहा कि उनकी तीर्थ यात्रा से चारधामों में शीतकालीन यात्रा को भी बढ़ावा मिलेगा।