
रजत जयंती वर्ष: विशेष सत्र में विपक्ष उठाएगा राज्य और जनहित के मुद्दे, 3-4 नवंबर को होगा आयोजन
देहरादून: उत्तराखंड के राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में होने वाले विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति भी तैयार कर ली है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार के पास राज्य की उपलब्धियों की सूची पेश करने के लिए कुछ नहीं है। उनके मुताबिक, सरकार सिर्फ समान नागरिक संहिता, नकलरोधी कानून, भू-कानून व धर्मांतरण विरोधी कानून पर अपनी पीठ भी थपथपा रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर देहरादून में 2 दिन का विशेष सत्र भी बुलाया है, जिसमें प्रश्नकाल व विधायी कार्य नहीं होंगे। उनका दावा है कि भाजपा सरकारों के कार्यकाल में उत्तराखंड की वास्तविक उपलब्धियां शून्य ही रही हैं और राज्य आज कर्ज में भी डूबा है।
यशपाल आर्य ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी ने राज्य में औद्योगिक व बुनियादी ढांचे को मजबूत भी किया था। उनकी सरकार में स्कूल, पॉलिटेक्निक व काशीपुर में आईआईएम संस्थान खोला गया, जिससे राज्य में औद्योगिक विकास को गति भी मिली। वहीं, भाजपा सरकार ने विकास की अवधारणा को खत्म भी कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि विशेष सत्र में कांग्रेस भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, पलायन, बेरोजगारी समेत अन्य जनहित मुद्दों को उठाएगी व उन्हें विधानसभा में धार देने की कोशिश भी करेगी।