किच्छा में सेटेलाइट एम्स परियोजना का संयुक्त सचिव ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्य की गति और गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश

रुद्रपुर। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव अंकिता मिश्रा बुंदेला ने शुक्रवार को किच्छा में निर्माणाधीन सेटेलाइट एम्स परियोजना का स्थलीय निरीक्षण भी किया। उन्होंने परियोजना की प्रगति, निर्माण की गुणवत्ता व तकनीकी पहलुओं का बारीकी से जायजा लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य की रफ्तार भी तेज की जाए व गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए।

अंकिता मिश्रा बुंदेला एक दिवसीय दौरे पर उधम सिंह नगर जिले में पहुंचीं और निरीक्षण से पूर्व उन्होंने एम्स परिसर में बरगद का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। इसके बाद उन्होंने निर्माण स्थल पर पहुंचकर कार्यदायी संस्था सीपीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता उत्पल त्रिपाठी से विस्तृत जानकारी भी ली।

“सेटेलाइट एम्स उत्तराखंड के स्वास्थ्य तंत्र को नई दिशा देगा। इसलिए यह परियोजना तय समय सीमा व मानक गुणवत्ता के साथ पूरी होनी चाहिए,” — अंकिता मिश्रा बुंदेला

संयुक्त सचिव ने निर्माण स्थल पर विद्युत, पेयजल, ड्रेनेज व सुरक्षा प्रबंधन से जुड़ी व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि इन सभी बिंदुओं पर विशेष ध्यान भी रखा जाए, ताकि भविष्य में किसी तरह की तकनीकी या संरचनात्मक समस्या भी न उत्पन्न हो।

उन्होंने कहा कि यदि निर्माण के दौरान कोई बाधा आती है, तो उसका निस्तारण उच्च अधिकारियों के समन्वय से तत्काल भी किया जाए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को भी निर्देश दिए कि कार्यदायी संस्था की समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर सभी संबंधित विभागों से तालमेल सुनिश्चित करें, ताकि कार्य तेज़, पारदर्शी व निर्बाध रूप से आगे बढ़ सके।

निरीक्षण के बाद संयुक्त सचिव ने लेबर कैम्प का भी दौरा किया। उन्होंने श्रमिकों के रहने-सहने, स्वच्छता, पेयजल व सुरक्षा से जुड़ी व्यवस्थाओं की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी सुविधाएं मानक स्तर पर और सुव्यवस्थित रखी जाएं, ताकि निर्माण स्थल का कार्य वातावरण सकारात्मक व सुरक्षित बना रहे।

“सेटेलाइट एम्स सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि उत्तराखंड की जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव लाने वाली परियोजना भी है।” — अंकिता मिश्रा बुंदेला