जांच समिति ने शुरू की छात्राओं के यौन शोषण मामले की जांच: आरोपी प्रोफेसर की तलाश जारी

जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति ने पीसी बागला डिग्री कॉलेज में छात्राओं के यौन शोषण मामले की जांच अब शुरू कर दी है। सोमवार को, समिति ने आरोपी प्रोफेसर डॉ. रजनीश को नोटिस भी जारी किया। इसके साथ ही पुलिस ने भी कॉलेज में पहुंचकर साक्ष्य जुटाने का काम भी शुरू कर दिया है। पुलिस ने कॉलेज के प्राचार्य और स्टाफ से पूछताछ की और मामले से संबंधित सबूत जुटाने के लिए जांच की।

पीसी बागला डिग्री कॉलेज के भूगोल विभाग के अध्यक्ष डॉ. रजनीश के खिलाफ छात्राओं का यौन शोषण करने का मामला थाना हाथरस गेट में दर्ज किया गया है। इस मामले में एक छात्रा ने डीएम से शिकायत की थी, जिसके बाद डीएम ने जांच के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया। समिति में एसडीएम नीरज शर्मा, सीओ योगेंद्र कृष्ण नारायण, तहसीदार चंद्र प्रकाश सिंह और बीएसए स्वाति भारती को सदस्य बनाया गया है।

डीएम ने समिति से 7 दिनों के अंदर जांच पूरी कर आख्या प्रस्तुत करने को कहा है। सोमवार को आरोपी प्रोफेसर को नोटिस जारी किया गया। वहीं, पुलिस ने कॉलेज के प्राचार्य, स्टाफ व शिक्षकों से पूछताछ की और उस कमरे का निरीक्षण किया, जहां कथित वीडियो बनाए गए थे।

59 वीडियो और फोटो में छात्राओं की पहचान जुटाने में जुटी पुलिस

डॉ. रजनीश द्वारा बनाई गई 59 अश्लील वीडियो और फोटो अब सामने आई हैं। पुलिस इन वीडियो और फोटो में दिख रहे चेहरों का मिलान कॉलेज के डाटाबेस से भी कर रही है, ताकि पीड़ित छात्राओं की पहचान भी की जा सके। हालांकि, कई छात्राएं लोक-लाज के कारण सामने आने से हिचक भी रही हैं। वीडियो व फोटो में कुछ छात्राएं कॉलेज की यूनिफॉर्म में भी दिखाई दे रही हैं।

आरोपी प्रोफेसर फरार, पुलिस ने उसकी तलाश तेज की

यह मामला अब शहर से लेकर गांवों तक चर्चा का विषय बन चुका है। सोमवार को कॉलेज में जहां भी लोग मिल रहे थे, उसी घटना पर बात हो रही थी। पुलिस ने प्रोफेसर के घर पर छापा मारा, लेकिन वह वहां नहीं मिला। सोमवार को कॉलेज भी नहीं पहुंचा। पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि आरोपी प्रोफेसर ने इन वीडियो को खुद अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया था। कुछ वीडियो तो अश्लील वेबसाइट्स पर भी अपलोड की गई हैं। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है, जबकि कॉलेज प्रशासन ने प्रोफेसर को निलंबित कर दिया है।

गुमनाम शिकायती पत्र से शुरू हुई जांच

करीब एक माह पहले, केंद्रीय महिला आयोग और पुलिस अधिकारियों के पास एक गुमनाम शिकायती पत्र भेजा गया था, जिसमें प्रोफेसर डॉ. रजनीश पर यौन शोषण का आरोप था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और जांच में कुछ साक्ष्य सही पाए गए। एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह को सौंप दी। इसके बाद, पुलिस ने दुष्कर्म और अन्य धाराओं में प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

पीड़ित छात्राओं के बयान की कोशिश, लेकिन लोक-लाज की वजह से सामने नहीं आ रही हैं छात्राएं

पुलिस अब उन छात्राओं के बयान दर्ज करने की कोशिश कर रही है, जो इस मामले से संबंधित हैं, लेकिन लोक-लाज के चलते वे सामने नहीं आ रही हैं। मामले की जांच जारी है, और पुलिस ने इन छात्राओं से संपर्क साधने की कोशिश की है।

प्रोफेसर के मोबाइल से सामने आए 59 वीडियो

पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई कि प्रोफेसर डॉ. रजनीश ने छात्राओं को परीक्षा में नंबर बढ़वाने और नौकरी दिलवाने का झांसा देकर अपने मोबाइल से इन वीडियो को रिकॉर्ड किया। कुल 59 वीडियो में प्रोफेसर की आपत्तिजनक हरकतें दिखाई दे रही हैं। इन वीडियो को वायरल होने से पहले ही पुलिस ने जब्त कर लिया है।

यह मामला छात्राओं के सुरक्षा और उनके अधिकारों से जुड़ा है, और इसकी गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ी से जारी है।