रामनगर में ड्रग्स विभाग की बड़ी कार्रवाई, मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी से मचा हड़कंप
रामनगर। औषधि सुरक्षा व दवा विक्रय नियमों के उल्लंघन पर सख्ती दिखाते हुए ड्रग्स विभाग की टीम ने सोमवार को रामनगर क्षेत्र में कई मेडिकल स्टोर्स पर अचानक छापेमारी भी की। इस कार्रवाई से शहर के मेडिकल कारोबारियों में हड़कंप भी मच गया।
गूलरघट्टी इलाके में हुई छापेमारी
जानकारी के अनुसार, विभाग की टीम ने रामनगर के मोहल्ला गूलरघट्टी क्षेत्र में कई मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण भी किया। जैसे ही छापेमारी की खबर आसपास फैली, कई दुकान संचालकों ने जल्दबाजी में अपनी दुकानें बंद कर दीं और मौके से फरार भी हो गए।
एक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निलंबन की सिफारिश
औषधि निरीक्षक अर्चना ने बताया कि कार्रवाई के दौरान कुल 3 मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई। इसमें से एक स्टोर पर गंभीर अनियमितताएं पाई गईं, जिसके चलते उसके लाइसेंस के निलंबन की संस्तुति विभाग को भी भेजी गई है। अन्य दो स्टोर्स पर भी कुछ कमियां मिली हैं, जिनके लिए संचालकों को स्पष्टीकरण देने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। विभाग इनसे लिखित जवाब प्राप्त करने के बाद आगे की कार्रवाई भी करेगा।
बिना लाइसेंस और अवैध दवाओं की बिक्री पर होगी सख्त कार्रवाई
औषधि निरीक्षक अर्चना ने कहा कि यह कार्रवाई अभियान की केवल शुरुआत भी है। जो मेडिकल स्टोर स्वामी निरीक्षण के दौरान दुकानें बंद कर फरार हुए हैं, उनके खिलाफ भी जल्द कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा,
“विभाग का अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि बिना लाइसेंस दवा बिक्री, अवैध दवा व्यापार और मानकों के विपरीत कार्यों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।”
मेडिकल स्टोर संचालकों को दी चेतावनी
विभाग ने सभी मेडिकल स्टोर स्वामियों से अपील की है कि वे सरकारी गाइडलाइन व ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट का सख्ती से पालन करें। दवाओं की खरीद-बिक्री का उचित रिकॉर्ड रखें व केवल प्रमाणित डीलरों से ही दवा आपूर्ति प्राप्त करें। अर्चना ने चेतावनी दी कि यदि किसी स्टोर पर प्रतिबंधित या बिना वैध लाइसेंस की दवाएं भी पाई गईं, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का स्वागत किया
ड्रग्स विभाग की इस त्वरित कार्रवाई से जहां मेडिकल कारोबारियों में हलचल भी मच गई है, वहीं स्थानीय नागरिकों ने इस कदम की सराहना की है। लोगों का कहना है कि इससे नकली व अवैध दवाओं की बिक्री पर रोक लगेगी और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित भी होगी।