नशे के खिलाफ चलाया विशेष अभियान — 25 युवक पकड़े गए, थाने में हुई काउंसलिंग

देहरादून। उत्तराखंड को “ड्रग फ्री देवभूमि” बनाने के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए दून पुलिस ने नशे के खिलाफ सख्त अभियान भी छेड़ दिया है। एसएसपी देहरादून के निर्देश पर शहर के विभिन्न संदेहास्पद स्थानों पर पुलिस टीमों ने देर रात छापेमारी अभियान भी चलाया। कार्रवाई के दौरान 25 युवकों को नशे की गिरफ्त में पाए जाने पर पुलिस थाने में लाया गया।

नशे के अड्डों पर पुलिस की छापेमारी

थाना रायपुर क्षेत्र में नशे की बिक्री व सेवन की शिकायतों के आधार पर पुलिस ने सपेरा बस्ती, चूना भट्टा व आसपास के इलाकों में विशेष चेकिंग और जन-जागरूकता अभियान चलाया। छापेमारी के दौरान संदिग्ध अवस्था में पाए गए युवाओं को हिरासत में लेकर थाने में लाया गया। पुलिस ने सभी के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत आवश्यक कार्रवाई भी की।

नशा छोड़ने को प्रेरित, परिवारों के साथ हुई काउंसलिंग

थाने में लाए गए सभी युवकों की पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में काउंसलिंग भी की गई। उन्हें नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील भी की गई।
पुलिस ने सभी के माता-पिता व परिजनों को भी थाने बुलाया, उन्हें स्थिति से अवगत कराया और बताया कि परिवार की भूमिका बच्चों को नशे से दूर रखने में कितनी अहम भी है।

परिजनों ने दून पुलिस की इस जन-जागरूकता पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के अभियान समाज में नशा मुक्त वातावरण बनाने में अहम भूमिका भी निभाएंगे।

एसएसपी के निर्देश पर चल रहा विशेष अभियान

एसएसपी देहरादून के निर्देशों के अनुसार पुलिस का यह प्रयास केवल नशे के कारोबार को खत्म करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य युवाओं को नशे की लत से बाहर निकालकर सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करना भी है।

दून पुलिस का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे ताकि देवभूमि उत्तराखंड को पूरी तरह “ड्रग फ्री” भी बनाया जा सके।