मसूरी वन्यजीव विहार रेंज व उसके आसपास के क्षेत्र में हेलीकॉप्टर उड़ाने के मामले में वन विभाग ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज I

मसूरी वन्यजीव विहार रेंज और उसके आसपास के क्षेत्र में हेलीकॉप्टर उड़ाने के मामले में वन विभाग ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। साथ ही बिना अनुमति के वन्यजीव विहार, विनोग और आसपास के क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर उड़ाने के मामले में नोटिस भेजकर जवाब भी मांगा है।

 

मसूरी के जार्ज एवरेस्ट में एक कंपनी हेली सेवा संचालित भी कर रही है। वन विभाग ने कंपनी को नोटिस भेजकर कहा है कि कंपनी ने 7 फरवरी को हेलीकॉप्टर मसूरी वन्य जीव विहार की सीमा में अत्यधिक ध्वनि के साथ उड़ाया, नोटिस में कहा कि संरक्षित क्षेत्र में वायुयान मुख्य वन्य जीव विहार प्रतिपालक की अनुमति के बाद ही उड़ाया भी जा सकता है।

 

वन क्षेत्राधिकारी मसूरी वन्य जीव विहार रेंज हेमंत बिष्ट ने बताया कि मामले की विस्तृत में जांच की जा रही है। वन विभाग का नोटिस मिलने के बाद हेली सेवा का संचालन कर रही राजस एयरो स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड कार्यकारी निदेशक लोकेश कुमार शर्मा ने वन विभाग को भेजे जवाब में कहा कि कंपनी ने कहा कि 7 फरवरी को जॉर्ज एवरेस्ट हेलीपैड के पास चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति भी बन गई थी।

 

जिसमें बादलों व बहते बादलों के कारण उड़ान के दौरान बड़ी समस्या भी बन गई थी, स्थितियां दृश्य उड़ान नियमों (वीएफआर) संचालन के लिए महत्वपूर्ण चुनौतियां भी पैदा कर दी थी, कहा ऑपरेशन के दौरान हमारा पायलट इन परिस्थितियों के कारण अनजाने में विनोग वन रेंज के करीब में आ गया होगा।