बदरीनाथ हाईवे: मौसम के हालात में फंसे श्रद्धालुयों की मिली राहत

गोविंदघाट से लेकर जोशीमठ तक करीब 3000 श्रद्धालु जगह-जगह फंसे हुए हैं। दूसरी ओर बदरीनाथ जा रहे श्रद्धालु ने हाईवे बंद देख कर पीपलकोटी बदरीनाथ से 80 किमी पहले दूर से हि धरती को नमन कर लौटने लगे हैं।

बता दें कि नौ जुलाई को सुबह जोशीमठ के पास चुंगीधारा में पहाड़ से चट्टान का एक हिस्सा टूटकर बदरीनाथ हाईवे पर गिर गया था। जिसके चलते यहां पर आवाजाही बंद करा दी गई है। इस दौरान बीआरओ लगातार हाईवे खोलने के प्रयास में जुटा हुआ है। बीते गुरूवार सुबह कुछ देर के लिए यहां पर पैदल आवाजाही शुरू कराई गई।
इस दौरान पोलिंग पार्टियों को जाने का रास्ता मिल गया था| लेकिन इसके साथ ही कुछ यात्री भी दूसरी तरफ निकल गए, जबकि कुछ यात्रियों ने दोपहिया वाहनों को भी दूसरी तरफ निकाल दिया। वहीं कुछ देर बाद पहाड़ी से मलबा गिरने लगा तो आवाजाही रोक दी गई।
जानकारी के मुताबिक उस समय यहां मजदूर काम कर रहे थे जिसके बाद उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन बीआरओ की ड्रीलिंग मशीन मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गई। मलबा हटाने के बाद दोपहर को एक बार फिर यहां पर पैदल आवाजाही शुरू करवा दी गई।
मौसम विज्ञान केंद्र, उत्तराखण्ड के अनुसार आज शुक्रवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी , नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।