धारचूला क्षेत्र में सर्दियों के 6 महीने में अब पर्यटन गतिविधियां ठप होने की वजह से लोगों का पलायन नहीं होगा,आदि कैलाश, ओम पर्वत और पर्वतीय सरोवर के लिए मिलेंगी हेली सेवाएं

धारचूला क्षेत्र में सर्दियों के 6 महीने में अब पर्यटन गतिविधियां ठप होने की वजह से लोगों का पलायन नहीं होगा। 6 महीने के लिए यहां हेली सेवाएं भी शुरू होने जा रही हैं। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आदि कैलाश की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधाओं व कनेक्टिविटी को मजबूत करने के संबंध में पर्यटन विभाग के साथ बैठक भी की।

बैठक में जानकारी दी गई कि पीएम नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप पर्यटन विभाग की ओर से पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में स्थित आदि कैलाश व छोटा कैलाश, ओम पर्वत और पार्वती सरोवर पवित्र धार्मिक स्थलों के दर्शनों के लिए हेली सेवाएं भी शुरू की जा रही हैं। आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन पर्यटकों को जौलिंगकौंग और नाबीढांग से कराए जाने की योजना भी है।

 

मुख्य सचिव ने कहा कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों के अत्यधिक ठंड और विषम मौसम के कारण सर्दियों के दौरान 6 महीने में यहां के नागरिकों के पास कोई व्यावसायिक गतिविधियां न होने के कारण उन्हें मजबूर होकर निचले क्षेत्रों में आजीविका के लिए पलायन भी करना पड़ता है। जबकि सामरिक दृष्टिकोण, धार्मिक पर्यटन और साहसिक पर्यटन की दृष्टि से यह क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण होने के कारण भी इस क्षेत्र में विंटर टूरिज्म को बढ़ावा भी मिलेगा। एक ओर जहां इस क्षेत्र में वर्षपर्यंत नागरिकों की उपस्थिति से न केवल सामरिक दृष्टिकोण बल्कि नया शीतकालीन पर्यटन स्थल और उत्पाद केंद्र से लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

बैठक में जानकारी दी गई कि हेली सेवाएं शुरू में 6 महीने के लिए संचालित करने का प्रस्ताव भी है। व्यापक परीक्षण के बाद इसे नियमित भी किया जाएगा। मुख्य सचिव ने पर्यटन विभाग को आदि कैलाश क्षेत्र में पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने की कार्ययोजना पर भी गंभीरता और तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में सचिव सचिन कुर्वे, अपर सचिव पूजा गर्ब्याल और पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।