यमुनोत्री हाईवे 11वें दिन भी बंद, बिजली सप्लाई ठप – यात्रियों और ग्रामीणों की बढ़ी मुसीबतें

उत्तरकाशी। लगातार बारिश व भूस्खलन से यमुनोत्री हाईवे 11वें दिन भी बंद ही पड़ा है। सड़क बंद होने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप है, वहीं पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति भी 5वें दिन बहाल नहीं हो सकी है। इससे यमुनोत्री धाम समेत कई गांवों में अंधेरा ही छाया हुआ है और लोगों का अपने परिजनों से संपर्क भी टूट गया है।

सबसे गंभीर स्थिति स्यानाचट्टी क्षेत्र में बनी झील की भी है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से पुल के ऊपर से पानी बहने लगा, जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा को देखते हुए आवाजाही पर रोक भी लगा दी। दिन में हालात सामान्य तो हुए, लेकिन पुल के नीचे से अब भी पानी बह ही रहा है, जिसके चलते यातायात ही शुरू नहीं हो पाया।

जंगलचट्टी व नारदचट्टी के पास भी हाईवे बंद है, वहीं सिलाई बैंड क्षेत्र में लगातार चट्टानें गिरने से सड़क खोलना बेहद खतरनाक भी हो गया है। एनएच के ईई मनोज रावत ने बताया कि जोखिम के बावजूद सड़क खोलने का प्रयास जारी भी है।

विद्युत आपूर्ति ठप होने से यमुनोत्री धाम, जानकीचट्टी, खरसाली, फूलचट्टी, बनास व दुर्बिल जैसे गांवों में अंधेरा ही पसरा है। मोबाइल फोन चार्ज न होने से लोग परिजनों से भी संपर्क ही नहीं कर पा रहे हैं। तीर्थ पुरोहितों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और मां यमुना की सांयकालीन आरती दीपक व मोमबत्ती की रोशनी में ही की जा रही है।

यमुनोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि बरसात से जनरेटर भी अब खराब हो गया है और तेल की कमी के चलते बैकअप व्यवस्था भी काम ही नहीं कर पा रही है। क्षेत्रीय लोग व मंदिर समिति ने प्रशासन से जल्द बिजली बहाल करने और सड़क खोलने की मांग भी की है।

वहीं, विद्युत विभाग के एसडीओ अजय सेमवाल ने कहा कि हाईवे बंद होने से उनकी टीम हनुमानचट्टी तक ही नहीं पहुंच पा रही है। सड़क खुलने के बाद ही बिजली लाइन की मरम्मत का काम भी शुरू किया जा सकेगा, जिसमें अभी 2 दिन और लग सकते हैं।