उत्तराखंड में अर्धसैनिक बलों के शहीदों के परिवारों को अब 50 लाख की सहायता, सीएम धामी ने की बड़ी घोषणा

काठगोदाम में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की कि अर्धसैनिक बलों—सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी आदि—में शहीद होने वाले जवानों के परिवारों को मिलने वाली आर्थिक सहायता 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये भी की जाएगी। सीएम ने इन बलों के योगदान को नमन करते हुए कहा कि राज्य सरकार बलिदानियों की स्मृति में लगातार कार्य भी कर रही है।

सीएम धामी ने बताया कि इस माह दस वीर बलिदानियों की स्मृति में स्मारक स्वीकृत भी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बन चुकी है और 30 हजार करोड़ का निर्यात बढ़कर जल्द 50 हजार करोड़ भी होने जा रहा है। सीएम कार्यक्रम के दौरान अपने पिता को याद करते हुए भावुक हो गए।

कार्यक्रम में पूर्व अर्द्धसैनिकों ने सीजीएचएस भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग भी रखी, जिस पर सीएम ने जिला प्रशासन को तुरंत जमीन चिन्हित करने के निर्देश भी दिए।

सीएम धामी की प्रमुख घोषणाएं:

  • वीरता पदक (गैलेंट्री) पाने वाले अर्द्धसैनिकों को 5 लाख रुपये की अनुदान राशि।
  • पूर्व अर्द्धसैनिक व वीर नारियों को जीवनकाल में एक बार संपत्ति खरीदने पर 25% स्टांप शुल्क छूट।
  • उत्तराखंड अर्द्धसैनिक बल कल्याण परिषद को सक्रिय कर पुलिस मुख्यालय में कार्यालय उपलब्ध कराया जाएगा।
  • सैनिक कल्याण निदेशालय और जिलों में अर्द्धसैनिक अधिकारियों के नए पद सृजित किए जाएंगे।
  • अर्द्धसैनिक बलों के जवानों के बच्चों की शादी के लिए भी अनुग्रह राशि।
  • सीजीएचएस भवन के लिए भूमि चयन प्रक्रिया तेज करने के निर्देश।

कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि नक्सलवाद खत्म करने का श्रेय सीआरपीएफ को जाता है और प्रदेश सरकार ने बलिदानी सैनिकों के बच्चों को नौकरी के आवेदन की सीमा 2 से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दी है।

समारोह में दो वीर नारियों—गीतांजलि बमेठा और समता भट्ट—का सम्मान भी किया गया।