सत्र का दूसरा दिन: विपक्ष का हंगामा जारी, सरकार ने धर्मांतरण कानून को और कड़ा किया

सदन में हंगामे के बीच धर्मांतरण कानून संशोधन बिल पेश, सरकार ने डिजिटल प्रचार को भी माना अपराध

भराड़ीसैंण (गैरसैंण): उत्तराखंड विधानसभा के 4 दिवसीय मानसून सत्र का आज बुधवार को दूसरा दिन है। सत्र की शुरुआत से ही माहौल गर्म बना हुआ है। पहले दिन विपक्ष ने लगातार हंगामा किया, जिसके कारण कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी। इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन में 2025-26 का अनुपूरक बजट पेश किया और कुल 9 विधेयक सदन पटल पर भी रखे गए।

अनुपूरक बजट की प्रमुख बातें

  • विकास कार्यों के लिए पूंजीगत मद – 3163.02 करोड़ रुपये
  • आपदा राहत कार्यों के लिए – 264.94 करोड़ रुपये
  • हरिद्वार कुंभ 2027 के लिए – 200 करोड़ रुपये
  • जोशीमठ आदि क्षेत्रों में भू-धंसाव राहत कार्यों के लिए – 263.94 करोड़ रुपये
  • नंदा राजजात यात्रा मार्गों के विकास के लिए – 40 करोड़ रुपये

सदन में पेश हुए नौ विधेयक

  1. उत्तराखंड विनियोग 2025-26 (अनुपूरक) विधेयक
  2. श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर अधिनियम (संशोधन)
  3. उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता एवं विधि विरुद्ध प्रतिषेध संशोधन विधेयक
  4. उत्तराखंड निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक
  5. उत्तराखंड साक्षी संरक्षण निरसन विधेयक
  6. उत्तराखंड अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक
  7. समान नागरिक संहिता (संशोधन)
  8. उत्तराखंड पंचायती राज संशोधन विधेयक
  9. उत्तराखंड लोकतंत्र सेनानी सम्मान विधेयक

धर्मांतरण कानून और सख्त

सरकार ने धर्मांतरण पर existing कानून को और भी मजबूत करते हुए उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता और विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक सदन में पेश भी किया। इसके तहत अब डिजिटल माध्यम से धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा –

  • उपहार, आर्थिक लाभ, विवाह का लालच
  • बेहतर जीवनशैली का प्रलोभन
  • किसी धर्म की दूसरे धर्म के खिलाफ महिमामंडन
    को भी अपराध की श्रेणी में शामिल किया गया है।

विपक्ष डीएम ट्रांसफर व एसएसपी निलंबन की मांग पर अभी भी अड़ा हुआ है, ऐसे में सत्र के दूसरे दिन भी जोरदार बहस व हंगामे की संभावना भी बनी हुई है।