
विधानसभा में रक्षक के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर की गई धोखाधड़ी में वांछित अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नौकरी के नाम पर लोगों से पैसे हड़पने वाला अभियुक्त आया दून पुलिस की गिरफ्त में
विधानसभा में रक्षक के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त में आ गया। इस धोखाधड़ी के मामले में वांछित अभियुक्त को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अभियुक्त विनय भटट और उसकी सहयोगी रविकांता शर्मा ने मिलकर कई लोगों से नौकरी के नाम पर लाखों रुपये हड़पने की योजना भी बनाई थी। अभियुक्त ने फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर सचिवालय व विधानसभा में नौकरी देने का झांसा देकर लोगों से पैसे लिये थे।
अभियुक्त के खिलाफ सचिवालय और विधानसभा में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के 06 अभियोग पहले ही पंजीकृत हैं।
अभियुक्त विनय भटट को 18 मार्च 2025 को पटेलनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इससे पहले उसकी सहयोगी रविकांता शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
इस मामले में वादी उम्मेद सिंह चौहान, जो विधानसभा सुरक्षा में तैनात हैं, ने 24 मार्च 2023 को थाना नेहरू कालोनी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि विनय भटट और रविकांता शर्मा ने मिलकर सोनल भट्ट से विधानसभा में रक्षक पद के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर 6 लाख रुपये की रकम हड़प ली थी। इसमें से ढाई लाख रुपये विनय भटट के खाते में और साढ़े तीन लाख रुपये रविकांता शर्मा के खाते में जमा हुए थे।
पुलिस ने इस धोखाधड़ी के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए मुखबिर और सर्विलांस के माध्यम से जानकारी जुटाई और उसे गिरफ्तार कर लिया।
वर्तमान में देहरादून पुलिस मुख्यालय की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के तहत वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
अभियुक्त विनय भटट और उसकी साथी रविकांता शर्मा के खिलाफ अन्य जनपदों में भी धोखाधड़ी के मामले पंजीकृत हैं।