मुख्यमंत्री के निर्देशन पर डॉ. आर. राजेश कुमार ने केदारघाटी में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षणकर कर कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री के निर्देशन पर जनपद प्रभारी चारधाम यात्रा सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने केदारघाटी में भारी बारिश के बाद चल रहे कार्यों का संबंधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग के 72 किमी से 75 किमी तक पैदल देखते हुए अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। वहीं, निरीक्षण के दौरान जनपद के प्रभारी सचिव ने लोनिवि के एनएच डिवीजन व सिंचाई विभाग के द्वारा किए जा रहे कार्यों का मौके पर जायजा भी लिया । साथ हि उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त मार्ग के देखते हुए लोक निर्माण विभाग की पूरी टीम राष्ट्रीय राजमार्ग के किमी 72 से क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरुस्त करने के लिए तैनात किया गया है।
इसके साथ ही अंतिम क्षतिग्रस्त मार्ग के किमी 75 तक भी उनके द्वारा निरीक्षण किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को तेज गति से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, उन्होंने बताया कि इसके साथ हि अन्य ऐसे स्थानों को भी चिन्हित किया गया है जहां भविष्य में भूस्खलन से मार्ग क्षतिग्रस्त होने की अत्यधिक संभावनाएं हैं।
इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों द्वारा जनपद के प्रभारी सचिव को अवगत कराया गया कि ऐसे चिन्हित किए गए मार्गों के सुदृढ़ीकरण के लिए टीएचडीसी को प्रस्ताव उपलब्ध कराया गया है। इस पर जनपद के प्रभारी सचिव ने उपलब्ध कराए गए प्रस्ताव में अति संवेदनशील स्थानों को भी शामिल करने के निर्देश दिए। सिंचाई खंड द्वारा किए जा रहे कार्यों में सोनप्रयाग में सोन नदी के दोनों ओर चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बताया कि सोन नदी की बायीं ओर का कार्य एक से दो दिनों में प्रारंभ करवा दिया जाएगा। वहीं इस नदी की दायीं ओर का कार्य तत्काल शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय राजमार्ग, सिंचाई विभाग के अधिकारियों सहित उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला आदि मौजूद रहे।