
केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा छह दिन से ठप, 5400 से ज्यादा टिकट रद्द, सभी कंपनियां लौटेंगी 22 जून को
हादसे के बाद से नहीं उड़ी एक भी उड़ान, अब सितंबर में दोबारा शुरू होगा ऑपरेशन
रुद्रप्रयाग/केदारनाथ। हेलिकॉप्टर हादसे के बाद केदारनाथ यात्रा के हेली सेवा संचालन पर लगी रोक अब लंबे ठहराव में बदलती ही जा रही है। हादसे के 6 दिन बाद भी केदारघाटी के किसी भी हेलिपैड से किसी कंपनी का हेलिकॉप्टर केदारनाथ के लिए उड़ ही नहीं सका। सुरक्षा जांच व लगातार बिगड़ते मौसम के चलते यह स्थिति बनी हुई है, जिससे यात्रा प्रभावित भी हो रही है।
हेलिपैडों पर पसरा सन्नाटा, रद्द हो चुके 5400 से अधिक टिकट
केदारनाथ व केदारघाटी के विभिन्न हेलिपैडों पर सन्नाटा भी पसरा हुआ है। पिछले 6 दिनों में 5400 से अधिक श्रद्धालुओं के हेलिकॉप्टर टिकट रद्द भी किए जा चुके हैं। नोडल अधिकारी हेलिकॉप्टर सेवा, राहुल चौबे के अनुसार,
“हर दिन औसतन 850 से 900 टिकट रद्द हो रहे हैं। यात्रियों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है।”
22 जून को लौटेंगी सभी हेली कंपनियां, मानसून के बाद ही दोबारा उड़ान
मौसम विभाग द्वारा मानसून की दस्तक की पुष्टि के बाद तय किया गया है कि 22 जून रविवार को केदारनाथ में ऑपरेट कर रही सभी 6 हेली कंपनियां अपने बेस कैंप लौट जाएंगी। अब हेली सेवाएं सीधे बरसात के मौसम के बाद ही शुरू भी की जाएंगी। संभावना है कि 15 सितंबर से सेवाओं का दूसरा चरण में ही शुरू होगा।
हादसे के बाद से बंद है हेली सेवा, डीजीसीए ने लगाई थी रोक
गौरतलब है कि 15 जून को आर्यन हेलीकॉप्टर कंपनी का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त भी हो गया था, जिसमें पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और यूकाडा ने तत्काल प्रभाव से हेलीकॉप्टर सेवाओं पर रोक भी लगा दी थी। तब से अब तक एक भी हेली उड़ान संचालित ही नहीं हुई है।
अब तक 56 हजार से अधिक यात्री पहुंचे थे हेलिकॉप्टर से
केदारनाथ यात्रा की शुरुआत इस वर्ष 2 मई से हुई थी। तब से लेकर 14 जून तक हेलीकॉप्टर सेवा के माध्यम से 56,044 यात्री केदारनाथ पहुंचे थे और 54,209 श्रद्धालु दर्शन कर वापस भी लौट चुके थे। इस सेवा के लिए थंबी एविएशन, हिमालयन हेली, ग्लोबल वेक्ट्रा, क्रिस्टल, एरौ, आर्यन एविएशन, ट्रांस भारत व पवन हंस जैसी 8 कंपनियों को उड़ान की अनुमति भी दी गई थी।
अब सभी की नजरें बरसात के बाद हेली सेवाओं के दोबारा शुरू होने पर ही टिकी हैं। यात्रियों व स्थानीय व्यापारियों को उम्मीद है कि सितंबर में सेवा की बहाली के साथ एक बार फिर यात्रा रफ्तार भी पकड़ेगी।