देहरादून में विशाल प्रदर्शन, कोलकाता मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या की निंदा, दोषियों को सख्त सजा देने की मांग
राजधानी देहरादून में जिला मुख्यालय पर जनसंगठनों व सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित विशाल प्रदर्शन के माध्यम से कोलकाता मेडिकल कालेज में प्रशिश्रु डाक्टर के साथ गुण्डों द्वारा सामुहिक दुष्कर्म के बाद नृशन्स हत्या की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुये इस जघन्यतम अपराध में शामिल अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
जिलामुख्यालय पर आयोजित प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा है कि उत्तराखण्ड में दिनोंदिन महिला व दलित समाज के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए गत दिनों रूद्रपुर, हल्द्वानी में निजी अस्पताल की नर्स के साथ दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या के अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांगकी है। वक्ताओं ने आईएमए के देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुये डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून की मांग करता है।
प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल में दुष्कर्म और हत्या की शिकार हुई महिला पीजी प्रशिक्षु डॉक्टर के लिए न्याय की मांग पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणियॉ व उनकी पार्टी टीएमसी कै गुण्डों द्वारा अस्पताल में तोडफोड तथा चिकित्सकों कै साथ मारपीट व सबूतों को नष्ट करने की कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हुये इन गुण्डों कै खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
इस सम्पूर्ण आन्दोलन में दोषी पुलिस अधिकारियों कै खिलाफ कार्यवाही की मांग भी प्रदर्शन में उठाई गई ।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के मुख्य आरोपी को मौत की सजा देने को लेकर ममता बनर्जी का सड़कों पर प्रदर्शन करना उनका दोहरा चरित्र प्रदर्शित करता है एक तरफ वह अपराधियों को बचा रहि है, दूसरी तरफ इस जधन्य अपराध कै खिलाफ संघर्ष कर रहे लोगों का दमन व बदनाम करने में लगी हुई है। आज पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेजों सहित पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो रहै हैं।
देहरादून जिला मुख्यालय पर होने वाले प्रदर्शन कि निम्न मांगे प्रमुख थी।
(1) कोलकाता मेडिकल प्रशिक्षु डाक्टर कै दुष्कर्म व नृसंशन्य हत्या कै दोषियों कै खिलाफ सख्त कार्यवाही हो।
(2) इस घृणित काण्ड कै दोषियों को सजा दैनै तथा पश्चिम बंगाल सरकार की दमनात्मक कार्यवाही कै खिलाफ संघर्ष कर राजनैतिक ,सामाजिक तथा चिकित्सकों कै खिलाफ गुण्डई करने वाले पुलिस व टीएमसी गुण्डों कै खिलाफ कार्यवाही की जाऐ।
(3) कोलकाता कै पुलिस कमिश्नर सहित सभी दोषियों कै खिलाफ कार्यवाही हो।
(4) उत्तराखण्ड राज्य में बढ़ते अपराधों पर रोक लगै ,रूद्र पुर हल्द्वानी में नर्स कै दुष्कर्म कै दोषि कै खिलाफ कार्यवाही की जाऐ ।
प्रदर्शनकारियों के मध्य उपजिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी नै उपस्थित होकर ज्ञापन लिया तथा अपने स्तर से समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया ।
प्रर्दशन एस एफ आई ,जनवादी महिला समिति ,सीआईटीयू ,बिजिविएस ,उत्तराखण्ड आन्दोलनकरि संयुक्त परिषद आदि संगठनों ने हिस्सेदारी की।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करने वालों में प्रमुख लोगों में एस एफ आई प्रदेश सचिव हिमांशु चौहान,नितिन मलेठा, निर्मला देवी , सुनीता रावत , मनीषा राणा, सुनीता चौहन , कलावती चन्दोला , गगुरमीत सिंह , पीयूष , आदि भारी संख्या में मौजद रहे ।