e-learning vehicle : ई-लर्निंग वाहन में इंटरनेट युक्त 120 लैपटॉप हैं, जिसमें शिक्षण सामग्री संरक्षित है।

उत्तराखंड में बच्चे ई-लर्निंग (e-learning) वाहन के माध्यम से नवीनतम ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे।

उत्तराखंड में बच्चे ई-लर्निंग (e-learning) वाहन के माध्यम से नवीनतम ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने बुधवार को राजभवन में विद्यालयी शिक्षा विभाग के कंटिन्युड लर्निंग एक्सेस प्रोजेक्ट (Continuing Learning Access Project) (क्लैप) का शुभारंभ किया। इसके साथ ही इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सचल ई-लर्निंग वाहन का फ्लैग ऑफ किया। शिक्षा विभाग की ओर से एनसीईआरटी (N c E r T) के मार्गदर्शन और कंप्यूटर निर्माता कंपनी एचपी (HP) के सहयोग से क्लैप तैयार किया गया है। इस सचल ई-लर्निंग वाहन में इंटरनेट युक्त 120 लैपटॉप (laptop) हैं, जिसमें शिक्षण सामग्री संरक्षित है। यह वाहन सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के राजकीय विद्यालयों में प्राथमिक से कक्षा-12 तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन (online) और ऑफलाइन (offline) मोड़ में ‘डिजिटल सामग्री’ उपलब्ध कराएगा।

 

वाहन में एनसीईआरटी (N c E r T) पाठ्यक्रम पर आधारित लर्निंग चैनल, दिशा और ई-पाठशाला (e-pathshala) उपलब्ध है। छात्र इसमें अधिगम के साथ-साथ स्वमूल्यांकन भी कर सकेंगे। यह वाहन वर्तमान में जनपद टिहरी के विद्यालयों में रूट चार्ट के आधार पर संचालित किया जाएगा। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने कहा कि एनसीईआरटी के विशेष प्रयासों से ई-कंटेट युक्त डिजिटल वाहन बच्चों को नवीन शिक्षण विधाओं और पाठ्यचर्चा से परिचित कराने में उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह वाहन तकनीकी के माध्यम से ज्ञान की ज्योति दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों तक पहुंचाएगा। ई-एजुकेशन वाहन प्रदेश के दूरस्थ विद्यालयों में भ्रमण कर अपने शैक्षिक उद्देश्यों को प्राप्त कराने में सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जाए कि इस तरह के ई-लर्निंग वाहन हमारे प्रत्येक ब्लॉक में हों।